शिक्षा नगरी के रूप में प्रसिद्ध सीकर इस बार एक बड़े आर्थिक घोटाले के कारण चर्चा में है। यहां संचालित एक प्रतिष्ठित प्राइवेट कोचिंग संस्थान के साथ दो फर्मों ने स्कॉलरशिप एग्जाम आयोजित करने के नाम पर 1.29 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया है। मामले के सामने आने के बाद कोचिंग प्रबंधन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई है।
फर्जी स्कॉलरशिप एग्जाम का जालजानकारी के अनुसार, कोचिंग संस्थान अपने विद्यार्थियों के लिए स्कॉलरशिप टेस्ट आयोजित करवाने की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान संस्थान के मार्केटिंग मैनेजर ने दो फर्मों के प्रतिनिधियों से कोचिंग प्रबंधन की मुलाकात करवाई। इन फर्मों ने खुद को एग्जाम ऑर्गनाइजेशन और डेटा प्रोसेसिंग में अनुभवी बताते हुए परीक्षा की पूरी जिम्मेदारी संभालने का प्रस्ताव दिया।
दोनों फर्मों ने दावा किया कि वे परीक्षा की प्रक्रिया — जैसे OMR शीट तैयार करना, स्कैनिंग, रिजल्ट जनरेशन और मेरिट लिस्ट बनाना — पेशेवर ढंग से संचालित करेंगे। कोचिंग प्रबंधन ने इस पर भरोसा करते हुए अनुबंध के तहत उन्हें 1.29 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया।
फर्जी OMR शीट और डेटा में हेराफेरीकोचिंग संस्थान के अधिकारियों के अनुसार, जब परीक्षा के परिणाम तैयार किए गए, तो कई छात्रों ने शिकायत की कि उनकी OMR शीट और उत्तर गलत दिखाए जा रहे हैं। जांच में पाया गया कि फर्मों ने वास्तविक परीक्षा डेटा से छेड़छाड़ कर फर्जी OMR शीट तैयार कीं और मनमाने तरीके से मेरिट लिस्ट बना दी।
जब कोचिंग प्रबंधन ने दोनों फर्मों से डेटा और रिपोर्ट की डिटेल मांगी, तो उन्होंने टालमटोल शुरू कर दी और कुछ दिनों बाद संपर्क से गायब हो गए। तब जाकर कोचिंग को धोखाधड़ी का अहसास हुआ।
1.29 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा उजागरअंततः कोचिंग संस्थान ने पूरी जांच करवाई, जिसमें यह साफ हो गया कि दोनों फर्मों ने परीक्षा आयोजन के नाम पर 1.29 करोड़ रुपये की राशि हड़प ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
पुलिस जांच शुरूसीकर पुलिस ने मामला दर्ज कर धोखाधड़ी, जालसाजी और साजिश की धाराओं के तहत जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों फर्मों के प्रतिनिधियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की संभावना है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि मार्केटिंग मैनेजर की इसमें कोई भूमिका रही या नहीं।
शिक्षा क्षेत्र में चिंताइस घटना के बाद सीकर के कोचिंग उद्योग में चिंता का माहौल है। शहर में सैकड़ों कोचिंग संस्थान संचालित हैं, जहां हर साल हजारों छात्र देशभर से तैयारी करने आते हैं। ऐसे में इस तरह के घोटाले से विश्वास की कमी और छात्रों के भविष्य पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासन की सख्त चेतावनीजिला प्रशासन ने कोचिंग संस्थानों को सलाह दी है कि वे किसी भी बाहरी एजेंसी या फर्म के साथ समझौता करने से पहले उनकी साख, रजिस्ट्रेशन और वित्तीय पारदर्शिता की पूरी जांच करें।
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