उदयपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक शख्स ने फिल्म 'दृश्यम' और 'क्राइम पेट्रोल' से प्रेरित होकर 70 साल की महिला के साथ कुछ ऐसा किया, जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला।
घटना की शुरुआत 23 फरवरी को हुई, जब फतेहनगर थाने में चांदी बाई नाम की बुजुर्ग महिला के लापता होने की रिपोर्ट उसके भतीजे सुंदरलाल ने दर्ज कराई थी। लेकिन इस गुमशुदगी की परतें तब खुलीं, जब अप्रैल में एससी/एसटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) के तहत एफआईआर दर्ज हुई और एएसपी मनीष कुमार ने इसकी जांच शुरू की। जांच में पता चला कि चांदी बाई को आखिरी बार 22 फरवरी को उसके घर के पास देखा गया था। उसे देखने वालों ने बताया कि उसे सिल्वर रंग की वैन में ले जाया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो यह वैन रमेश लोहार की निकली, जिसका पहले से आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
'दृश्यम' देखने के बाद रमेश बना हत्यारा
जब रमेश को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने 'दृश्यम' और 'क्राइम पेट्रोल' देखने के बाद वारदात की योजना बनाई थी। उसने बताया कि 9 जनवरी को एक पारिवारिक समारोह में उसने पहली बार चांदी बाई के जेवर देखे और उसे चुराने की योजना बनाई। 22 फरवरी को वह उसे अपनी वैन में लेकर घंटों घुमाता रहा और रात होने का इंतजार करता रहा। फिर उसने रिंच से हमला कर उसकी हत्या कर दी, जेवर लूट लिए और शव के टुकड़े-टुकड़े कर कूड़े के ढेर में जला दिए।
जेवर पिघलाए, पुलिस को गुमराह किया
रमेश ने कुछ जेवर बेच दिए, जबकि बाकी को पिघलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की। उसकी पत्नी ने बताया कि वह 'दृश्यम' और 'क्राइम पेट्रोल' खूब देखता था। जांच को गुमराह करने के लिए रमेश ने पुलिस को जानवरों की हड्डियां दिखाईं, ताकि उन्हें लगे कि ये इंसान की हड्डियां हैं। लेकिन डीएनए टेस्ट से साफ हो गया कि वो हड्डियां चांदी बाई की थीं।
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