गुरुवार को शेयर बाजार हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ, लेकिन कई दिग्गज कंपनियों से आई खबरों ने बाजार का रुख तय किया। इन्फोसिस ने अब तक का सबसे बड़ा बायबैक घोषित किया, एशियन पेंट्स पर एंटी-ट्रस्ट जांच जारी रही, जबकि मारुति, एनबीसीसी, एसबीआई, जेबीएम ऑटो, मैरिको और महिंद्रा ने निवेशकों को नई जानकारी दी।
मारुति सुजुकीभारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अनुमान जताया है कि घरेलू पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में बिक्री की गति अगले साल तेज होगी। कंपनी को उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष से 7% सालाना ग्रोथ की वापसी होगी।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई नए नेतृत्व की तैयारी में है। फाइनेंशियल सर्विसेज इंस्टीट्यूशंस ब्यूरो ने रवि रंजन को बैंक का नया प्रबंध निदेशक (MD) बनाने की सिफारिश की है।
इन्फोसिसइंफोसिस लिमिटेड ने 18,000 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा बायबैक घोषित किया है। यह बायबैक टेंडर रूट के जरिए किया जाएगा। इस कदम से निवेशकों में भरोसा बढ़ा है और माना जा रहा है कि इससे शेयरधारकों को शॉर्ट-टर्म गेन के साथ-साथ कंपनी के मूल्यांकन में भी मजबूती मिलेगी।
एनबीसीसीएनबीसीसी ने राजस्थान इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (RIICO) के साथ 3,700 करोड़ रुपये की इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए समझौता किया है। ये प्रोजेक्ट्स जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास होंगे। इस डील से एनबीसीसी की ऑर्डर बुक काफी मजबूत होगी और इसके शेयरों में सकारात्मक प्रभाव दिख सकता है।
एशियन पेंट्सएशियन पेंट्स के लिए कानूनी मोर्चे पर मुश्किलें बढ़ गई हैं। कंपनी की एंटी-ट्रस्ट जांच को खत्म करने की याचिका अदालत ने खारिज कर दी। इसका मतलब है कि अब कंपनी को इस जांच से गुजरना होगा, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ सकती है। हालांकि, बाजार में कंपनी की मजबूत पकड़ उसे स्थिर बनाए रख सकती है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M)महिंद्रा एंड महिंद्रा ने निवेशकों को आश्वस्त किया है कि 20% इथेनॉल-मिश्रित ईंधन वाहनों में सुरक्षित रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमएंडएम के एसयूवी मॉडल्स इस मिश्रित ईंधन पर बिना किसी दिक्कत के चल सकते हैं।
जेबीएम ऑटोजेबीएम ऑटो की सब्सिडियरी इको लाइफ मोबिलिटी को अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) से $100 मिलियन की बड़ी पूंजी मिली है। इस निवेश का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक बसों की तैनाती को बढ़ावा देना है। इससे कंपनी की ई-मोबिलिटी बिजनेस ग्रोथ तेज होगी और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में इसकी पकड़ मजबूत होगी।
मैरिकोमैरिको ने एक अहम अधिग्रहण का ऐलान किया है। कंपनी ने HW वेलनेस के 46.02% शेष शेयर खरीदने के लिए संस्थापकों और अन्य शेयरधारकों के साथ करार किया है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
मारुति सुजुकीभारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अनुमान जताया है कि घरेलू पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में बिक्री की गति अगले साल तेज होगी। कंपनी को उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष से 7% सालाना ग्रोथ की वापसी होगी।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई नए नेतृत्व की तैयारी में है। फाइनेंशियल सर्विसेज इंस्टीट्यूशंस ब्यूरो ने रवि रंजन को बैंक का नया प्रबंध निदेशक (MD) बनाने की सिफारिश की है।
इन्फोसिसइंफोसिस लिमिटेड ने 18,000 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा बायबैक घोषित किया है। यह बायबैक टेंडर रूट के जरिए किया जाएगा। इस कदम से निवेशकों में भरोसा बढ़ा है और माना जा रहा है कि इससे शेयरधारकों को शॉर्ट-टर्म गेन के साथ-साथ कंपनी के मूल्यांकन में भी मजबूती मिलेगी।
एनबीसीसीएनबीसीसी ने राजस्थान इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (RIICO) के साथ 3,700 करोड़ रुपये की इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए समझौता किया है। ये प्रोजेक्ट्स जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास होंगे। इस डील से एनबीसीसी की ऑर्डर बुक काफी मजबूत होगी और इसके शेयरों में सकारात्मक प्रभाव दिख सकता है।
एशियन पेंट्सएशियन पेंट्स के लिए कानूनी मोर्चे पर मुश्किलें बढ़ गई हैं। कंपनी की एंटी-ट्रस्ट जांच को खत्म करने की याचिका अदालत ने खारिज कर दी। इसका मतलब है कि अब कंपनी को इस जांच से गुजरना होगा, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ सकती है। हालांकि, बाजार में कंपनी की मजबूत पकड़ उसे स्थिर बनाए रख सकती है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M)महिंद्रा एंड महिंद्रा ने निवेशकों को आश्वस्त किया है कि 20% इथेनॉल-मिश्रित ईंधन वाहनों में सुरक्षित रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमएंडएम के एसयूवी मॉडल्स इस मिश्रित ईंधन पर बिना किसी दिक्कत के चल सकते हैं।
जेबीएम ऑटोजेबीएम ऑटो की सब्सिडियरी इको लाइफ मोबिलिटी को अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) से $100 मिलियन की बड़ी पूंजी मिली है। इस निवेश का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक बसों की तैनाती को बढ़ावा देना है। इससे कंपनी की ई-मोबिलिटी बिजनेस ग्रोथ तेज होगी और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में इसकी पकड़ मजबूत होगी।
मैरिकोमैरिको ने एक अहम अधिग्रहण का ऐलान किया है। कंपनी ने HW वेलनेस के 46.02% शेष शेयर खरीदने के लिए संस्थापकों और अन्य शेयरधारकों के साथ करार किया है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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