एनपीसीआई के द्वारा संचालित यूपीआई पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल बढ़ते जा रहा है। इसके माध्यम से छोटे से लेकर बड़े ट्रांजैक्शन तक आसानी से हो जाते हैं। अब भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने यूपीआई हेल्प नाम की एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी सर्विस शुरू की है। एआई-संचालित इस सर्विस की शुरुआत इसलिए की गई क्योंकि लोगों को यूपीआई भुगतान से जुड़े अपने सवालों के जवाब और समस्याओं का समाधान मिल सके।
यूपीआई हेल्प एआई मोडयूपीआई हेल्प एक सहायक आई मोड द्वारा संचालित होता है जिसका इस्तेमाल यूजर्स करके अपने सवालों के जवाब तो का ही सकते हैं। इसके साथ ही जरूरत के अनुसार इस सर्विस में भी सुधार किया जाता रहेगा ताकि यूजर्स को और बेहतर सेवाएं मिल सके। चलिए जानते हैं इस सुविधा के लाभों के बारे में।
यूपीआई हेल्प के लाभ 1. सभी सवालों के जवाब यूपीआई हेल्प के माध्यम से यूजर्स भुगतान से संबंधित सभी सवालों के जवाब जान सकते हैं। इसके अलावा यूजर्स चाहे तो यूपीआई के दिशा निर्देशों को बेहतर तरीके से समझने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. मिलेगी कई सुविधाएंयूपीआई यूजर्स अपने यूपीआई एप को पॉज रिज्यूम या रेवोक जैसे कई सुविधा का लाभ ले सकते हैं। इससे ऑटो पे जैसे लाभ भी प्राप्त किया जा सकते हैं। यूजर्स अपनी आवश्यकताओं के अनुसार अपने यूपीआई पेमेंट को आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं।
3. शिकायतों को ट्रैकयूपीआई यूजर चाहे तो यूपीआई हेल्प के माध्यम से न केवल शिकायत कर सकते हैं बल्कि अपनी शिकायतों पर नजर भी रख सकते हैं यानी उसका स्टेटस भी चेक कर सकते हैं। आप अपने लेनदेन ऐसे जुड़ी शिकायत है या यूपीआई सेवा से जुड़ी शिकायतें कर सकते हैं और उन्हें ट्रैक भी कर सकते हैं।
तेजी से बढ़ रहे यूपीआई ट्रांजेक्शनहर महीने यूपीआई ट्रांजैक्शंस की संख्या में वृद्धि हो रही है। पिछले महीने यानी सितंबर महीने में यूपीआई लेनदेन की संख्या में 31% की वृद्धि हुई थी। सालाना आधार पर ट्रांजैक्शंस की वैल्यू 24.90 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी। नवरात्रि दिवाली जैसे त्योहारों के कारण इस बार यूपीआई ट्रांजैक्शंस की संख्या में और वृद्धि होने की उम्मीद जताई जा रही है। अगस्त महीने में प्रति दिन लेनदेन की वैल्यू 80,177 करोड़ रुपये थी, जो सितंबर में बढ़कर 82,991करोड़ रुपये हो गई। अब अक्टूबर महीने में त्योहारों के कारण ये संख्या और बढ़ जाएगी।
यूपीआई हेल्प एआई मोडयूपीआई हेल्प एक सहायक आई मोड द्वारा संचालित होता है जिसका इस्तेमाल यूजर्स करके अपने सवालों के जवाब तो का ही सकते हैं। इसके साथ ही जरूरत के अनुसार इस सर्विस में भी सुधार किया जाता रहेगा ताकि यूजर्स को और बेहतर सेवाएं मिल सके। चलिए जानते हैं इस सुविधा के लाभों के बारे में।
यूपीआई हेल्प के लाभ 1. सभी सवालों के जवाब यूपीआई हेल्प के माध्यम से यूजर्स भुगतान से संबंधित सभी सवालों के जवाब जान सकते हैं। इसके अलावा यूजर्स चाहे तो यूपीआई के दिशा निर्देशों को बेहतर तरीके से समझने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. मिलेगी कई सुविधाएंयूपीआई यूजर्स अपने यूपीआई एप को पॉज रिज्यूम या रेवोक जैसे कई सुविधा का लाभ ले सकते हैं। इससे ऑटो पे जैसे लाभ भी प्राप्त किया जा सकते हैं। यूजर्स अपनी आवश्यकताओं के अनुसार अपने यूपीआई पेमेंट को आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं।
3. शिकायतों को ट्रैकयूपीआई यूजर चाहे तो यूपीआई हेल्प के माध्यम से न केवल शिकायत कर सकते हैं बल्कि अपनी शिकायतों पर नजर भी रख सकते हैं यानी उसका स्टेटस भी चेक कर सकते हैं। आप अपने लेनदेन ऐसे जुड़ी शिकायत है या यूपीआई सेवा से जुड़ी शिकायतें कर सकते हैं और उन्हें ट्रैक भी कर सकते हैं।
तेजी से बढ़ रहे यूपीआई ट्रांजेक्शनहर महीने यूपीआई ट्रांजैक्शंस की संख्या में वृद्धि हो रही है। पिछले महीने यानी सितंबर महीने में यूपीआई लेनदेन की संख्या में 31% की वृद्धि हुई थी। सालाना आधार पर ट्रांजैक्शंस की वैल्यू 24.90 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी। नवरात्रि दिवाली जैसे त्योहारों के कारण इस बार यूपीआई ट्रांजैक्शंस की संख्या में और वृद्धि होने की उम्मीद जताई जा रही है। अगस्त महीने में प्रति दिन लेनदेन की वैल्यू 80,177 करोड़ रुपये थी, जो सितंबर में बढ़कर 82,991करोड़ रुपये हो गई। अब अक्टूबर महीने में त्योहारों के कारण ये संख्या और बढ़ जाएगी।
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