बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
इस वर्ष कई बेहतरीन फिल्में रिलीज हुई हैं, जिनमें से कुछ का आपस में टकराव भी देखने को मिला है। 19 सितंबर को तीन फिल्में एक साथ रिलीज हुईं, जिनमें अनुराग कश्यप की 'निशांची', अक्षय कुमार की 'जॉली एलएलबी 3' और अनंत जोशी की 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' शामिल हैं। आइए जानते हैं कि पहले दिन कौन सी फिल्म ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया।
19 सितंबर को सिनेमाघरों में तीन फिल्मों का टकराव दर्शकों के लिए खास रहा। 'जॉली एलएलबी 3' एक कोर्टरूम ड्रामा है, जिसे पहले दोनों भागों ने दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त की थी। दूसरी ओर, 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीवनी पर आधारित है। इसके अलावा, अनुराग कश्यप की 'निशांची' में बाल ठाकरे के पोते ऐश्वर्य ने अपने करियर की शुरुआत की है।
जॉली एलएलबी 3 की कमाईतीनों फिल्मों को लेकर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं। हालांकि, पहले दिन की कमाई के आंकड़े सामने आ चुके हैं। अक्षय कुमार और अरशद वारसी की 'जॉली एलएलबी 3' ने पहले दिन 12.50 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया है, जो कि अन्य दोनों फिल्मों के कुल कलेक्शन से भी अधिक है।
बाकी दोनों फिल्मों की कमाई'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी', जिसे रवींद्र गौतम ने निर्देशित किया है, रिलीज से पहले विवादों में रही। इस फिल्म को सऊदी अरब और कतर में बैन किया गया है। पहले दिन की कमाई के मामले में यह फिल्म सबसे पीछे रही, जिसने केवल 20 लाख रुपए का कलेक्शन किया।
मिले-जुले रिएक्शनवहीं, 'निशांची' को लेकर भी दर्शकों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं। ऐश्वर्य ठाकरे ने इस फिल्म में लीड रोल निभाया है और उन्होंने इस फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की है। 'निशांची' ने पहले दिन 25 लाख रुपए की कमाई की है। हालांकि, वीकेंड पर किसी भी फिल्म की किस्मत बदल सकती है। तीनों फिल्में अपने आप में खास हैं।
You may also like
रात डेढ़ बजे जयपुर के आसमान में दिखा 'कोई मिल गया' फिल्म जैसा नजारा, रास्यमयी घटना सोशल मीडिया पर वायरल
एच-1बी वीज़ा की फ़ीस बढ़ने से भारतीय लोगों का कितना फ़ायदा, कितना नुक़सान?
Litton Das ने रचा इतिहास, शाकिब अल हसन को पछाड़ बने बांग्लादेश के टी20 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज
होंडा एक्टिवा ई बनाम टीवीएस आई-क्यूब और बजाज चेतक: कौन सा ई-स्कूटर है बेहतर?
कांग्रेस पार्टी अपनी नीतियों के कारण वजूद खो रही : सौरभ बहुगुणा