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कोड- DM-592, जवाब- जय हिंद… पहलगाम साजिश; 70 दिन तक बुजुर्ग पति-पत्नी खुद के घर में कैद रहे, गंवा दिए 58 लाख

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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक चौंकाने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) से सेवानिवृत्त एक अधिकारी और उनकी पत्नी को करीब 70 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखकर ठगों ने 68 लाख रुपये की ठगी कर ली. क्राइम ब्रांच को दी गई शिकायत के अनुसार, 71 वर्षीय विनोद कुमार गुप्ता को 4 जुलाई 2025 को एक फोन कॉल आया.

कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और आरोप लगाया कि उनके नाम से पंजीकृत मोबाइल नंबर का उपयोग कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी साजिश में किया गया है. इसके साथ ही, ठगों ने यह भी दावा किया कि उनके बैंक खाते में एक गैंगस्टर द्वारा 6.80 करोड़ रुपये की अवैध ट्रांजेक्शन की गई है.

डराने के लिए दंपती को मनी लॉन्ड्रिंग, मानव तस्करी और टेरर फंडिंग जैसे गंभीर आरोपों में फंसाने की धमकी दी गई. पीड़ित दंपती को व्हाट्सएप और फोन कॉल्स के माध्यम से मानसिक रूप से इतना डराया गया कि वो पूरे 70 दिनों तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रहे. उन्हें घर से बाहर निकलने, भोजन करने और पूजा करने तक के लिए ठगों से अनुमति लेनी पड़ती थी.

हर मैसेज में “DM-592” कोड

दंपती को को हर मैसेज में “DM-592” कोड के साथ अपना काम बताकर अनुमति लेनी होती थी. दूसरी ओर से ठग जवाब देते और “जय हिंद” लिखते थे. डिजिटल अरेस्ट के दौरान ठगों ने उन्हें 11 अलग-अलग बैंक खातों में 68 लाख रुपये ट्रांसफर करने को मजबूर किया. पहले उन्होंने 48 लाख रुपये अपनी ग्रेच्युटी और सेविंग्स से भेजे. फिर रिश्तेदारों, बेटी, भतीजे व समधी से उधार लेकर 20 लाख रुपये और ट्रांसफर किए.

बैंक अकाउंट्स और दस्तावेजों से किया गया भ्रमित

इतना ही नहीं, ठगों ने उन पर मकान बेचकर पैसे जुटाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया. जब पीड़ित ने यह बात अपने बेटे से साझा की, तब जाकर पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ. ठगों ने रिटायर्ड अधिकारी को फर्जी सरकारी दस्तावेज, नोटिस और एजेंसियों के नाम दिखाकर डराया. उन्होंने बताया कि चांदनी चौक, दिल्ली में उनके नाम से एक सिम कार्ड रजिस्टर्ड है, जो आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है.

घटना की जानकारी मिलते ही परिजन उन्हें साइबर क्राइम पुलिस के पास लेकर गए, जहां मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस के अनुसार, जिन बैंकों में रकम ट्रांसफर हुई उनमें CSB बैंक, करुर वैश्य बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, कोटक महिंद्रा, बैंक ऑफ इंडिया और बंधन बैंक जैसे नाम शामिल हैं.

पुलिस अब ठगों द्वारा बताए गए बैंक खातों और उनके ट्रांजेक्शन की जांच कर रही है. भोपाल क्राइम ब्रांच ने कहा है कि जल्द ही अपराधियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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