यदि आपसे कोई कहे कि आप पैदल यात्रा कर विदेश जा सकते हैं तो आपका क्या रिएक्शन होगा. वाजिब सी बात है सबसे पहले आप हैरान हो जाएंगे कि आखिरकार ऐसी कैसे मुमकिन है. पैदल यात्रा कर एक राज्य से दूसरे राज्य जाना ही इतना मुश्किल है तो ऐसे में एक देश से दूसरे देश जाना कैसे मुमकिन होगा.
बता दे कि ऐसा सच में मुमकिन है देश में ऐसे कई स्टेशन है जो भारत के आखिरी स्टेशन के रूप में जाने जाते हैं जिसके बाद कुछ ही चंद कदमों पर एक दूसरा देश आ जाता है.
बेहद आसानी से होगी विदेश यात्रा
देश में कई रेलवे स्टेशन है जो अपने अलग-अलग खासियत पर मशहूर है. कई रेलवे स्टेशन ऐसे हैं जो देश के सबसे लंबे रेलवे स्टेशन के लिए मशहूर है. तो वही कई ऐसे रेलवे स्टेशन है जो सबसे बड़ी रेलवे लाइन के लिए मशहूर है. कहीं ऐसे रेलवे स्टेशन है जो भारत के आखिरी रेलवे स्टेशन माने जाते हैं. हालांकि आधिकारिक रूप से इसका कोई ऐलान नहीं हुआ है. मगर जो स्टेशन देश के एकदम छोड़ पर मौजूद है उन्हें आखिरी स्टेशन के रूप में माना जाता है. जहां से आप बेहद आसानी से विदेश यात्रा कर सकते हैं.
इस स्टेशन से पैदल होगा विदेश यात्रा
बिहार में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जो नेपाल से काफी नजदीक पड़ता है. मतलब यहां से उतरकर आप पैदल दूसरे देश का ट्रिप प्लान कर सकते हैं. कुछ ऐसा ही रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल में भी स्थित है बिहार के इस रेलवे स्टेशन की बात करें तो बिहार की अररिया जिले में स्थित रेलवे स्टेशन जिसका नाम जोगबनी स्टेशन है वह देश के आखिरी स्टेशन के रूप में माना जाता है. यहां से नेपाल की दूरी नाम मात्र भी रह जाती है. यह देश के आखिरी छोड़ पर पड़ता है कि लोग यहां से पैदल ही दूसरे देश पहुंच जाते हैं.
You may also like
रिश्तेदारी से लौटते समय सड़क हादसे में पति-पत्नी समेत छह घायल, वाराणसी रेफर
इतिहास के पन्नों में 30 सितंबर : अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 की घटना पर वो फैसला, जो न्याय और राजनीति के लिए मील का पत्थर बना
मोदी-योगी सरकार अपनी योजनाओं से दिव्यांगजनों को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध: डा. शैफाली सिंह
प्रयागराज: काली स्वांग के दौरान भीड़ के बीच हर्ष फायरिंग करने वाला गिरफ्तार
कारसेवक पुरम के शिविर में 55 कृत्रिम अंग लगे