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सोनम वांगचुक के पाकिस्तान कनेक्शन पर क्या बोलीं पत्नी गीतांजलि?!

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नई दिल्ली। लद्दाख हिंसा भड़कने के बाद पुलिस ने सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया। सोनम को लद्दाख से दूर जोधपुर की जेल में रखा गया है। उनपर हिंसा भड़काने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। सोनम पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। इसी बीच उनकी पत्नी गीतांजलि ने सोनम की तरफ से सफाई पेश की है।

गीतांजलि का कहना है कि उनपर लगे सभी आरोप पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद हैं। सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को 48 घंटे से ज्यादा हो गए हैं। लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग पर अड़े सोनम वांगचुक भूख हड़ताल पर बैठे थे।

सोनम पर आरोप है कि भूख हड़ताल के दौरान उन्होंने भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाया और लेह में हिंसा भड़क गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हैं।

गीतांजलि ने क्या कहा?
सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि के अनुसार, सोनम वांगचुक ने 4 साल पहले जब से लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश से हटाकर राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग शुरू की थी, तभी से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

गीतांजलि का कहना है-

जांच एजेंसियां कई बार हमारे घर का दरवाजा खटखटा चुकी हैं। अधिकारी बार-बार हमारे दो NGOs में आने वाले विदेशी फंडिंग पर सावल खड़ा करते रहे हैं।

सोनम के NGO पर विदेशी फंडिंग लेने का आरोप
बता दें कि लद्दाख में सोनम वांगचुक के दो NGO चलते हैं। पहले का नाम हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अलटरनेटिव, लद्दाख (HIAL) और दूसरे का नाम स्टूडेंट एडुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) है।

SECMOL को विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) के तहत लाइसेंस दिया गया था। हालांकि, लद्दाख हिंसा के बाद पिछले हफ्ते इस NGO का लाइसेंस रद कर दिया गया।

बीजेपी को किया सपोर्ट
सोनम वांगचुक की पत्नी के अनुसार,

सोनम ने खुद बीजेपी को वोट दिया था और पिछले चुनाव में उन्हीं के सांसद जीते थे। उन्हें सत्ता में लाने के लिए सबने समर्थन दिया, लेकिन वो हमारी जरूरतों को पूरा नहीं कर सके। छठी अनुसूची से लेकर लद्दाख में विधानसभा का गठन तक नहीं किया गया।

पाकिस्तान कनेक्शन पर क्या बोलीं?
सोनम वांगचुक के पाकिस्तान से कनेक्शन पर जवाब देते हुए गीतांजलि कहती हैं कि अगर यह सच है तो फिर यह गृह मंत्रालय की सबसे बड़ी नाकामयाबी है। पाकिस्तान का कोई जासूस यहां घूम रहा था, तो गृह मंत्रालय अब तक क्या कर रहा था? वो अपने काम में विफल रहे। मुझे उनसे जवाब चाहिए।

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