अगली ख़बर
Newszop

नेपाल की जेल तोड़कर भागे 7 कैदी भारत में घुसने की कर रहे थे कोशिश, जवानों के हत्थे चढें!

Send Push


कानपुर: नेपाल में विद्रोह और अराजकता के बढ़ती ही जा रही है। वहां कैदी जेल तोड़कर भाग रहे हैं और भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में भारत की ओर से नेपाल की सीमा से सटे राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। नेपाल में फैली अशांति भारत के लिए परेशानी बनती जा रही है।

जानकारी के अनुसार, नेपाल के तौलिहवा जेल से बुधवार सुबह फरार होकर 7 कैदी गुप्त रास्ते से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन पकड़े गए। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में खूनुवा के पास पगडंडी रास्ता पार करते हुए एसएसबी के जवानों के जवानों ने उन्हें धर दबोचा। यह खूनुवा बॉर्डर तौलिहवा कारावास से मात्र 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

जानकारी के अनुसार, पकड़े गए कैदियों में भारत के निवासी भी हैं। पकड़े गए 7 कैदियों में 3 नेपाल के कपिलवस्तु जिले के हैं, वहीं बाकी 4 भारतीय हैं।

हीरालाल पत्थरकट (30 वर्ष) निवासी जहदी थाना पिपरा, जिला कपिलवस्तु, छेड़खानी के आरोप में तीन माह से बंद था।

हशमत अली (25 वर्ष) निवासी शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर, मादक पदार्थ मामले में बंद था।

गोरखनाथ यादव (40 वर्ष) निवासी मदरहना उर्फ रामनगर मटियारिया, सिद्धार्थनगर, एनडीपीएस मामले में जेल में था।

सोनू चौधरी (30 वर्ष) निवासी खड्डा, कुशीनगर, चोरी के मामले में सजा काट रहा था।

सूरज चौधरी (29 वर्ष) निवासी जहदी वार्ड 11, कपिलवस्तु, मादक पदार्थ मामले में 19 माह से बंद था।

शकील दर्जी (24 वर्ष) निवासी नीबी दोहनी, शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर, ब्राउन शुगर मामले में 56 माह से जेल में था।

सलाहुद्दीन (35 वर्ष) निवासी चरिगांवा, कपिलवस्तु, दुष्कर्म के मामले में 54 माह से तौलिहवा कारागार में कैद था।

नेपाल पुलिस अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क साधकर सातों कैदियों को वापस लेने की तैयारी कर रही है।

गौरतबल है कि नेपाल सरकार के विरोध में GEN-Z विद्रोह ने बहुत ही उग्र रूप ले लिया है। नेपाल में सरकार के सभी प्रमूखों ने इस्तीफा दे दिया है। प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने देश छोड़ दिया है। ऐसे में देश की कमान सेना ने संभाल ली है। लेकिन वहां स्थिति लगातार नियंत्रण से बाहर होती जा रही है।

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें