पुणे, 17 अगस्त . सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने ‘अन्ना, जागो’ नारे वाले बैनरों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए देशवासियों से राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया है.
अन्ना हजारे ने कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक समाज और देश की सेवा करते रहेंगे. कोई कह सकता है, ‘अन्ना, जागो’, लेकिन आप यह मत सोचिए कि ‘आप नहीं जागेंगे’, इस देश के प्रति आपकी एक बड़ी जिम्मेदारी है. हमें इस राष्ट्र का उत्थान करना है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि देश का हर नागरिक समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझे और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें. समाज में बदलाव तभी संभव है जब लोग स्वयं जागरूक हों और दूसरों को प्रेरित करें.
अन्ना हजारे ने अपनी उम्र का हवाला देते हुए कहा, “मैं 90 वर्ष का हूं, फिर भी मैंने निश्चय किया है कि जब तक मेरे शरीर में प्राण हैं, मैं अपने देश और समाज के लिए काम करता रहूंगा. मेरा जीवन कब समाप्त होगा, मुझे नहीं पता, लेकिन मैं जो कुछ भी करूंगा, समाज के लिए करूंगा. उम्र और परिस्थितियां चाहे जो हों, समाज के प्रति कर्तव्य कभी कम नहीं होना चाहिए.”
अन्ना हजारे ने 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐतिहासिक आंदोलन छेड़ा था, जिसने जन लोकपाल बिल की मांग को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया. उनके नेतृत्व में लाखों लोग सड़कों पर उतरे थे, और ‘अन्ना, जागो’ का नारा उस समय के आंदोलन का प्रतीक बन गया था. हाल के दिनों में कुछ स्थानों पर इस नारे वाले बैनर फिर से देखे गए, जिसके जवाब में अन्ना ने ये बातें कही.
उन्होंने युवाओं से विशेष रूप से आग्रह किया कि वे भ्रष्टाचार, सामाजिक असमानता और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाएं. अन्ना ने कहा, “राष्ट्र का भविष्य युवाओं के हाथों में है. अगर हम चाहते हैं कि हमारा देश समृद्ध और स्वच्छ हो, तो हमें मिलकर काम करना होगा.”
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एकेएस/डीकेपी
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