दोस्तो जैसा कि हम सब जानते हैं कि आज के युवा भागदौड़ और कामकाज भरी व्यस्त जीवनशैली के कारण डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं, जो कि एक गंभीर समस्या हैं, मानसिक और शाररिक दोनो स्वास्थ्य पर असर डालती है, अवसाद से पीड़ित लोग अक्सर भावनात्मक और शारीरिक, दोनों तरह के लक्षणों का अनुभव करते हैं। अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स-

अवसाद शरीर को कैसे प्रभावित करता है
थकान, वज़न कम होना या मोटापा, हृदय रोग, सिरदर्द और अपच का कारण बनता है।
समग्र ऊर्जा स्तर को कम करता है और दैनिक जीवन को प्रभावित करता है।
अवसाद के कारण
छोटी-बड़ी बातों पर ज़रूरत से ज़्यादा सोचना या परेशान होना।
तनावपूर्ण जीवन की घटनाएँ जैसे किसी प्रियजन की मृत्यु, तलाक, पारिवारिक विवाद या नौकरी छूटना।
गर्भावस्था या पुरानी बीमारी के दौरान हार्मोनल परिवर्तन।
मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का असंतुलन।
आनुवंशिकी - अगर परिवार के किसी सदस्य को अवसाद है, तो जोखिम ज़्यादा होता है।
मधुमेह और अन्य पुरानी बीमारियों जैसी चिकित्सीय स्थितियाँ।
दवाओं, शराब या नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभाव।

पेशेवर मदद क्यों ज़रूरी है
सटीक कारण जानने और सही इलाज शुरू करने के लिए किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से बात करना ज़रूरी है। शुरुआती हस्तक्षेप न केवल अवसाद को नियंत्रित करने में मदद करता है, बल्कि इसके शारीरिक प्रभाव को भी रोकता है।
Disclaimer: This content has been sourced and edited from [abpliveHindi]
You may also like
Petition Against Sonia Gandhi Dismissed : सोनिया गांधी को राहत, एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग वाली याचिका खारिज
स्विट्ज़रलैंड ने ऐसा क्या कहा कि भारत ने उसे अपनी चुनौतियां याद दिलाई
Realme P3 Lite 5G Price: 13 सितंबर को आ रहा सस्ता 5G फोन, लॉन्च से पहले कीमत का हुआ खुलासा
BAN vs HK T20I Record: बांग्लादेश बनाम हांगकांग, यहां देखिए टी20 हेड टू हेड रिकॉर्ड
Democracy in Kashmir : मुझे श्रीनगर में नजरबंद कर दिया गया , AAP सांसद संजय सिंह का सनसनीखेज आरोप, मचा सियासी बवाल