तमिलनाडु के करूर में हाल ही में हुई भगदड़ की घटना ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। यह रैली अभिनेता से नेता बने थलपति विजय की थी, जिसमें अफरा-तफरी मचने से दर्जनों लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस दुखद घटना पर विजय ने अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से शोक संदेश साझा किया है।இதயம் நொறுங்கிப் போய் இருக்கிறேன்; தாங்க முடியாத, வார்த்தைகளால் சொல்ல முடியாத வேதனையிலும் துயரத்திலும் உழன்று கொண்டிருக்கிறேன்.
— TVK Vijay (@TVKVijayHQ) September 27, 2025
கரூரில் உயிரிழந்த எனதருமை சகோதர சகோதரிகளின் குடும்பங்களுக்கு என் ஆழ்ந்த அனுதாபங்களையும், இரங்கலையும் தெரிவித்துக்கொள்கிறேன். மருத்துவமனையில் சிகிச்சை…
विजय का दर्द भरा संदेश
टीवीके (तमिलगा वेत्री कझगम) पार्टी के प्रमुख विजय ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर लिखा – “मैं गहरे सदमे में हूं। इतनी पीड़ा और दुख सहना मेरे लिए बेहद कठिन हो रहा है। करूर में अपनी जान गंवाने वाले भाइयों और बहनों के परिवारों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। साथ ही मैं प्रार्थना करता हूं कि अस्पताल में भर्ती घायल लोग जल्द स्वस्थ हो सकें।”
मासूम भी बने शिकार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस भगदड़ में अब तक करीब 36 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, हालांकि जांच के बाद यह संख्या और भी बढ़ सकती है। हादसे में कई बच्चे भी घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही विजय ने भाषण देना शुरू किया, भीड़ लगातार बढ़ती गई और देखते ही देखते हालात काबू से बाहर हो गए। दबाव बढ़ने के कारण कई लोग बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े, जिनमें मासूम बच्चे भी शामिल थे।
विजय का फिल्म और राजनीति का सफर
थलपति विजय का करियर सिनेमा से शुरू होकर अब राजनीति तक पहुंच चुका है। फिल्मी दुनिया में उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट कदम रखा था और धीरे-धीरे साउथ इंडस्ट्री के सुपरस्टार बन गए। उनकी आगामी फिल्म "जन नायगन" 2026 की शुरुआत में रिलीज होने वाली है। राजनीति की पारी शुरू करते हुए विजय ने टीवीके पार्टी बनाई और जनता से सीधे जुड़ने की पहल की।
हादसे से उठे सवाल
करूर की इस त्रासदी ने आयोजकों की व्यवस्थाओं और भीड़ नियंत्रण के इंतजामों पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक तरफ विजय ने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई, वहीं दूसरी ओर लोगों का मानना है कि इस तरह के बड़े कार्यक्रमों में और अधिक सतर्कता व सुरक्षा व्यवस्था की ज़रूरत है।
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