चीन का मशहूर शॉर्ट-वीडियो प्लेटफॉर्म TikTok एक बार फिर भारतीय सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है। बीते कुछ दिनों से इसके देश में दोबारा लॉन्च की अटकलें तेज हो गई हैं। इसी बीच कांग्रेस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट डालकर माहौल और गरमा दिया। पार्टी ने दावा किया कि भारत में TikTok की आधिकारिक वेबसाइट फिर से सक्रिय हो गई है।
कांग्रेस ने अपने बयान में कहा कि “लद्दाख में चीन से भिड़ंत के दौरान हमारे 20 सैनिकों ने बलिदान दिया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को क्लीनचिट दी थी। कांग्रेस के दबाव में सरकार ने TikTok को बैन किया, लेकिन अब प्रधानमंत्री एक बार फिर चीन से दोस्ती की बातें कर रहे हैं। वह चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं और खुद चीन यात्रा पर जाने वाले हैं। ऐसे वक्त में TikTok की खबर सामने आना इस बात का संकेत है कि मोदी जी का चीन प्रेम, देशहित पर हावी हो रहा है।”
क्या है TikTok पर सरकार की स्थिति?
फिलहाल केंद्र सरकार या TikTok की मूल कंपनी ByteDance की तरफ से भारत में वापसी को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से यह जरूर कहा गया कि TikTok और Ali Express जैसे ऐप्स पर लगाया गया प्रतिबंध फिलहाल बरकरार रहेगा और इन्हें फिर से चालू करने की कोई योजना नहीं है।
2020 का बड़ा फैसला
गौरतलब है कि जून 2020 में केंद्र सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69A के तहत TikTok सहित 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। उस समय डेटा सुरक्षा, गोपनीयता और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे की वजह बताते हुए यह कार्रवाई की गई थी। Ali Express, UC Browser, और अन्य कई ऐप्स भी इसी सूची में शामिल थे।
संप्रभुता और सुरक्षा का मुद्दा
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने तब कहा था कि ये ऐप्स भारत की संप्रभुता और अखंडता के साथ-साथ रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। यह कदम ऐसे समय उठाया गया था जब वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच टकराव चरम पर था।
सीमा विवाद और बदलते रिश्ते
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए अब तक 24 दौर की वार्ता हो चुकी है। अधिकारियों का मानना है कि इन बैठकों से कुछ हद तक सकारात्मक परिणाम निकले हैं, जिससे सीमा पर तनाव कम हुआ है। हाल ही में दोनों देशों के बीच हवाई सेवाएं बहाल करने की घोषणा भी हुई है।
इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपनाई गई टैरिफ नीतियों ने भी भारत-चीन के रिश्तों को प्रभावित किया था। अब संकेत मिल रहे हैं कि दोनों देशों के बीच रिश्ते धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इस महीने के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की संभावित मुलाकात पर भी सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
You may also like
चंपारण सत्याग्रह के प्रणेता पं.राजकुमार शुक्ल की जयंती पर दी गई श्रद्धांजलि
प्रकृति की रक्षा करेंगे तभी प्रकृति हमारी रक्षा करेगी : राज्यपाल डेका
मारवाड़ी युवा मंच रांची समर्पण शाखा ने की गौ सेवा
कांग्रेस ने पैदल मार्च निकालकर किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
कांग्रेस का समर्थन करने पर जातिसूचक गाली-गलौज व धमकी देने के आरोपित दोषमुक्त