भारतीय रसोई में देसी घी को हमेशा से सेहत का खजाना माना गया है। चाहे बचपन हो या बुढ़ापा, दादी-नानी के नुस्खों में घी हमेशा शामिल रहा है। लेकिन आज के समय में लोग अक्सर यह सवाल करते हैं – क्या घी से वजन बढ़ता है? रोज कितना घी खाना सही है?
आइए जानें देसी घी का शरीर पर असर और इसकी सही मात्रा।
देसी घी क्यों है फायदेमंद?
देसी घी में मौजूद हेल्दी फैट्स शरीर को तुरंत एनर्जी देते हैं, खासकर बच्चों और काम करने वाले व्यस्कों के लिए यह बहुत उपयोगी है।
घी पेट की आँतों को चिकना बनाता है जिससे खाना आसानी से पचता है। यह कब्ज, गैस और अपच से राहत देता है।
घी में विटामिन A, D, E और K जैसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
देसी घी मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत करने में सहायक होता है।
नियमित सेवन से त्वचा में चमक और बालों में मजबूती आती है।
रोज कितना घी खाना है फायदेमंद?
- व्यस्क (सामान्य व्यक्ति): 1 से 2 चम्मच (10–15ml) प्रतिदिन पर्याप्त है।
- शारीरिक श्रम करने वाले या एथलीट्स: 2 से 3 चम्मच तक ले सकते हैं।
- बच्चे: ½ से 1 चम्मच प्रतिदिन
- सीनियर सिटिज़न: 1 चम्मच पर्याप्त, खासकर अगर कोई स्वास्थ्य समस्या न हो।
महत्वपूर्ण: यदि आप डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल या हृदय रोग से पीड़ित हैं तो डॉक्टर या डाइटिशियन की सलाह से ही घी सेवन करें।
देसी घी का सेवन कैसे करें?
- रोटी पर हल्का घी लगाकर खाएं
- दाल या खिचड़ी में थोड़ा घी डालें
- खाली पेट गर्म पानी के साथ ½ चम्मच घी लें – आयुर्वेद में यह पेट साफ करने और शरीर को डिटॉक्स करने का तरीका माना गया है।
- सर्दियों में हल्दी या गुड़ के साथ घी खाना विशेष लाभकारी होता है।
अधिक घी खाने के नुकसान:
- अत्यधिक मात्रा में घी खाने से वजन बढ़ सकता है
- कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का खतरा
- ताजगी और पाचन में भारीपन
देसी घी वास्तव में सेहत का खजाना है, लेकिन सही मात्रा में इसका सेवन जरूरी है। रोज थोड़ा घी शरीर को ताकत देता है, पाचन सुधारता है और इम्यूनिटी मजबूत करता है। अतः घी का आनंद लें, पर सीमा में रहें।
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