मशहूर गायक Zubeen Garg के अचानक निधन ने संगीत प्रेमियों में शोक की लहर पैदा कर दी है। सिंगापुर में हुए इस दुखद दुर्घटना की कहानियाँ तेजी से वायरल हो रही हैं, और दावा है कि उनकी साँस लेने की समस्या के समय आयोजकों ने ज़रूरी सुरक्षा और देखभाल नहीं की — इस आधार पर FIR दर्ज करने की मांग हो रही है।
घटना की स्थिति
Zubeen Garg, जिनकी लोकप्रियता “Ya Ali” जैसे गीतों से नेशनल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर थी, सिंगापुर में उत्तर‑पूर्व भारत उत्सव (North East India Festival) में प्रदर्शन करने के लिए गए थे।आयोजन से एक दिन पहले ही वे स्थानीय असमिया समुदाय के सदस्यों द्वारा एक यॉट यात्रा (yacht outing) पर ले जाए गए, जिसका आयोजकों को पूर्व सूचना नहीं थी।इस दौरान उन्होंने दूसरी बार पानी में तैरने का प्रयास किया, बीच में उन्हें साँस लेने इन्कार हुआ, और उन्हें तुरंत CPR द्वारा बचाने की कोशिश की गई।लेकिन अस्पताल पहुँचने पर IC U में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
FIR की दावेदारी
सोशल मीडिया और कुछ स्थानीय समाचार स्रोतों में यह दावा हो रहा है कि असम में Marigaon जिले में एक व्यक्ति की तरफ से आयोजक Shyamkanu Mahanta एवं उनके प्रबंधक के खिलाफ FIR ( First Information Report) दर्ज की गई है।यह FIR उन सवालों के जवाब की मांग करती है जो यह स्पष्ट करते हैं कि घटना समय organisers का कर्तव्यपालन कैसे हुआ — किन पर्यावरणीय व सुरक्षा नियमों का अनुपालन हुआ या नहीं, क्या समुद्री गतिविधि एवं तैराकी/यॉट सवारी की अनुमति, गाइडेंस, डॉक्टर सपोर्ट आदि की व्यवस्था थी या नहीं।
फटाफट प्रतिक्रियाएँ और विवाद
आयोजकों ने कहा है कि यॉट यात्रा की योजना उनकी सूचनारहित हुई थी, और वे इस बात से अनजान थे कि Zubeen को यॉट पर ले जाया जाएगा।
परिवार व प्रशंसकों में गहरा दुख, और साथ ही आयोजकों की कार्रवाई‑शैली, सुरक्षा इंतजामों की पारदर्शिता और त्वरित प्राथमिक उपचार की व्यवस्था पर सवाल उठे हैं।
कानूनी‑नियमक पहलू
यदि FIR दर्ज हुई है, तो वह एक महत्वपूर्ण मानक बन सकती है कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में कलाकारों की सुरक्षा और उनसे जुड़ी गतिविधियों की जिम्मेदारी किसकी है। आयोजकों, प्रबंधकों और स्थानीय समुदायों के बीच यह तय होना चाहिए कि किस तरह की गतिविधियाँ अनुमत हों, क्या लाइसेंस या अनुमति चाहिए, किन उपकरणों की उपलब्धता होनी चाहिए, जैसे कि लाइफबोट, एक्सपर्ट गाइड, मेडिकल सपोर्ट आदि।
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