23 सितंबर, 2025 को विज्ञान भवन में आयोजित 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान एक क्षण ऐसा भी था जिसने कैमरों के शटरतालबारे कर दिए। बॉलीवुड के बादशाह शाह रुख खान, मलयालम के सिनेमा महान मोहनलाल, तथा अन्य शीर्ष कलाकार एक ही फ्रेम में खड़े थे — और उसी दौरान शाहरुख ने मोहनलाल को गले लगाकर उनके सांस्कृतिक योगदान और सिनेमा में उनके प्रभाव का सम्मान किया।
इस समारोह में मोहनलाल को प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया — यह भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है।जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुरस्कार सौंपा, पूरा हॉल खड़े हो गया और भारी तालियों की गूंज के बीच मोहनलाल ने भावुकता से कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि मलयालम सिनेमा और उनके साथ काम करने वाले सभी साथियों का है।
उसी समय, राष्ट्रीय पुरस्कारों में अभिनय की श्रेणी में शाह रुख खान (फिल्म जवान) और विक्रान्त मैसी (फिल्म 12th Fail) ने साझा बेस्ट एक्टर का खिताब जीता।रानी मुखर्जी को बेस्ट अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
जब विजेताओं को मंच पर बुलाया गया, कैमरों ने चार दिग्गजों — मोहनलाल, शाह रुख खान, रानी मुखर्जी और विक्रान्त मैसी — को एक साथ कैद किया।इस दौरान एक सहज और दिल छू लेने वाला पल आया: शाह रुख मोहनलाल के पास गए और हल्की गरमजोशी से उन्हें गले लगाया। इस भावनात्मक लम्हे ने दर्शकों और मीडिया दोनों का दिल जीत लिया।
यह पलों की वही दुर्लभ घटना थी जहाँ भाषा, क्षेत्र, शैली की सीमाएँ मिट गई थीं और सिनेमा ने एक बाँधा। मोहनलाल, जिनका अभिनय चार दशकों से चल रहा है, उन्होंने इस सम्मान को अपने साथियों और सिनेमा प्रेमियों को समर्पित किया।
समारोह में अन्य विजेताओं और श्रेणियों को भी सम्मान मिला। 12th Fail को बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला।लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को मिला।
दिग्गज निर्माता व निर्देशक भी मंच पर आए और राष्ट्रीय सिनेमा को समृद्ध करने वाले तकनीकी एवं दृश्य-श्रवण श्रेणियों के नाम भी पढ़े गए।
विजेताओं की यह पांच जनों की पंक्ति — मोहनलाल, शाह रुख, रानी मुखर्जी, विक्रान्त मैसी और अन्य साथी — कैमरों द्वारा कैद की गई और यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस चित्र ने यह संदेश दिया कि सफलता, सम्मान और भावनाएँ — ये सब एक ही फ्रेम में सहजतापूर्वक जी सकती हैं।
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