नई दिल्ली: धनतेरस के मौके पर दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में जमकर धन की बारिश हुई है। चांदनी चौक से लेकर लाजपत नगर मार्केट, तिलक मार्केट, खान मार्केट, कृष्णा नगर मार्केट, साउथ एक्सटेंशन, कमला नगर मार्केट, करोल बाग सहित कई मार्केट की दुकानों के बाहर ग्राहक कतारों में खड़े दिखाई दिए।
बाजारों में हुई रिकॉर्ड तोड़ बिक्री
कोई सोने के सिक्कों और जूलरी का चुनाव कर रहा था, तो कोई घर की सजावट और बर्तन खरीदने में व्यस्त था। सबसे अधिक भीड़ चांदनी चौक के कूचा महाजनी में देखने को मिली। दावा है कि इस बार जीएसटी की वजह से रेकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई है। जिससे दिल्ली-एनसीआर में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया गया है, जोकि पिछले साल की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत अधिक है।
इन बाजारों में उमड़ी भीड़
धनतेरस के दिन चांदनी चौक, दरीबा कलां, मालीवाड़ा, सदर बाजार, कमला नगर, अशोक विहार, मॉडल टाउन, शालीमार बाग, वजीरपुर, पीतमपुरा, राजौरी गार्डन, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, ग्रीन पार्क, यूसुफ सराय, लाजपत नगर, प्रीत विहार, शाहदरा और लक्ष्मी नगर सहित विभिन्न बाजारों में भारी तादाद में भीड़ उमड़ी।
सुबह से बाजारों में बढ़ने लगी भीड़
इसके अलावा तमाम कंपनियों के शोरूमों में गाड़ियों की भी अच्छी खासी बिक्री हुई । बर्तन, मोबाइल, गिफ्ट आइटम्स, सजावटी सामान, ड्राई फ्रूट्स, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, होम फर्निशिंग जैसे सामानों की भी बिक्री में तेजी आई। कारोबारियों का कहना है कि सुबह 10 बजे से ही बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी। शाम होते हुए बाजारों में पैर रखने की भी जगह नहीं रही।
इस वजह से मार्केट में बढ़ी बिक्री
कारोबारियों का दावा है कि जीएसटी रिफॉर्म की वजह से मार्केट की बिक्री बढ़ी है। चांदनी चौक स्थित कूचा महाजनी में लोगों को एंट्री करने के लिए लंबी कतार से होकर गुजरना पड़ा। सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद रही। दी बुलियन एंड जूलर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट योगेश सिंघल ने बताया कि हल्के सिक्कों पर लोगों का ज्यादा फोकस रहा है।
पिछले साल की तुलना में बाजार में रही तेजी
पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत मार्केट हाई रहा। वहीं, द्वारका स्थित एक जूलरी शोरूम की संचालिका सुमिता मलिक ने बताया कि गोल्ड और सिल्वर की बढ़ी कीमतों की वजह से लोगों का रूझान अधिक दिखा। रसोई का सामान, कपड़े और रेडीमेड गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, रंगीन लाइट, कंप्यूटर और कंप्यूटर से जुड़े उपकरण, मोबाइल, फर्नीचर, कार, बाइक की खूब बिक्री हुई।
इतने लाख करोड़ रुपए का अनुमान
CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया की धनतेरस के मौके पर दिल्ली-एनसीआर में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री और दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि धनतेरस पर पूरे देश में सोने-चांदी को मिलाकर अन्य महत्वपूर्ण वस्तुओं का कुल व्यापार का अनुमान 1 लाख करोड़ रुपये का है।
बाजारों में हुई रिकॉर्ड तोड़ बिक्री
कोई सोने के सिक्कों और जूलरी का चुनाव कर रहा था, तो कोई घर की सजावट और बर्तन खरीदने में व्यस्त था। सबसे अधिक भीड़ चांदनी चौक के कूचा महाजनी में देखने को मिली। दावा है कि इस बार जीएसटी की वजह से रेकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई है। जिससे दिल्ली-एनसीआर में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया गया है, जोकि पिछले साल की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत अधिक है।
इन बाजारों में उमड़ी भीड़
धनतेरस के दिन चांदनी चौक, दरीबा कलां, मालीवाड़ा, सदर बाजार, कमला नगर, अशोक विहार, मॉडल टाउन, शालीमार बाग, वजीरपुर, पीतमपुरा, राजौरी गार्डन, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, ग्रीन पार्क, यूसुफ सराय, लाजपत नगर, प्रीत विहार, शाहदरा और लक्ष्मी नगर सहित विभिन्न बाजारों में भारी तादाद में भीड़ उमड़ी।
सुबह से बाजारों में बढ़ने लगी भीड़
इसके अलावा तमाम कंपनियों के शोरूमों में गाड़ियों की भी अच्छी खासी बिक्री हुई । बर्तन, मोबाइल, गिफ्ट आइटम्स, सजावटी सामान, ड्राई फ्रूट्स, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, होम फर्निशिंग जैसे सामानों की भी बिक्री में तेजी आई। कारोबारियों का कहना है कि सुबह 10 बजे से ही बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी। शाम होते हुए बाजारों में पैर रखने की भी जगह नहीं रही।
इस वजह से मार्केट में बढ़ी बिक्री
कारोबारियों का दावा है कि जीएसटी रिफॉर्म की वजह से मार्केट की बिक्री बढ़ी है। चांदनी चौक स्थित कूचा महाजनी में लोगों को एंट्री करने के लिए लंबी कतार से होकर गुजरना पड़ा। सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद रही। दी बुलियन एंड जूलर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट योगेश सिंघल ने बताया कि हल्के सिक्कों पर लोगों का ज्यादा फोकस रहा है।
पिछले साल की तुलना में बाजार में रही तेजी
पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत मार्केट हाई रहा। वहीं, द्वारका स्थित एक जूलरी शोरूम की संचालिका सुमिता मलिक ने बताया कि गोल्ड और सिल्वर की बढ़ी कीमतों की वजह से लोगों का रूझान अधिक दिखा। रसोई का सामान, कपड़े और रेडीमेड गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, रंगीन लाइट, कंप्यूटर और कंप्यूटर से जुड़े उपकरण, मोबाइल, फर्नीचर, कार, बाइक की खूब बिक्री हुई।
इतने लाख करोड़ रुपए का अनुमान
CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया की धनतेरस के मौके पर दिल्ली-एनसीआर में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री और दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि धनतेरस पर पूरे देश में सोने-चांदी को मिलाकर अन्य महत्वपूर्ण वस्तुओं का कुल व्यापार का अनुमान 1 लाख करोड़ रुपये का है।
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