नई दिल्ली: दिल्ली के लाल किले में हुए ब्लास्ट को लेकर अब सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने इस मामले में सरकार को घेरते हुए अपने एक्स हैंडल पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा कि पहलगाम आतंकी हमले से पहले और बाद में भी मैं यही कहता रहा हूं कि आतंकवादी दो तरह के होते हैं - विदेश से प्रशिक्षित घुसपैठिए आतंकवादी और घरेलू आतंकवादी।
मैंने संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान भी यही कहा था। घरेलू आतंकवादियों के जिक्र पर मेरा मजाक उड़ाया गया और मुझे ट्रोल किया गया। हालांकि, मुझे कहना होगा कि सरकार ने इस पर चुप्पी साध ली क्योंकि सरकार जानती है कि घरेलू आतंकवादी भी होते हैं।
ऐसी कौन सी परिस्थिति है जो पढ़े-लिखे लोगों को आतंकवादी बना रही
पी चिदंबरम ने कहा कि इस पोस्ट का मकसद यह है कि हमें खुद से पूछना चाहिए कि ऐसी कौन सी परिस्थितियां हैं जो भारतीय नागरिकों - यहां तक कि पढ़े-लिखे लोगों को भी आतंकवादी बना देती हैं।
बता दें कि पी चिदंबरम की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब दिल्ली विस्फोट मामले में कई संदिग्धों की गिरफ्तारी का खुलासा हुआ है। इनमें डॉक्टर मुजम्मिल गनई, अदील अहमद राथर, शाहीन शाहिद और उमर उन नबी शामिल हैं, जो कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े फरीदाबाद स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे।
पी चिदंबरम ने संसद में उठाया था सवाल
पहलगाम हमले की जांच को लेकर पी चिदंबरम ने संसद में सरकार के एक्शन पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सरकार यह बताने को तैयार नहीं है कि एनआईए ने अब तक क्या किया है। क्या उन्होंने आतंकवादियों की पहचान की है, वे कहां से आए थे? जहां तक मुझे लग रहा है, वे घरेलू आतंकवादी हो सकते हैं। आप यह क्यों मान रहे हैं कि वे पाकिस्तान से आए हैं? इसका कोई सबूत नहीं है।
मैंने संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान भी यही कहा था। घरेलू आतंकवादियों के जिक्र पर मेरा मजाक उड़ाया गया और मुझे ट्रोल किया गया। हालांकि, मुझे कहना होगा कि सरकार ने इस पर चुप्पी साध ली क्योंकि सरकार जानती है कि घरेलू आतंकवादी भी होते हैं।
ऐसी कौन सी परिस्थिति है जो पढ़े-लिखे लोगों को आतंकवादी बना रही
पी चिदंबरम ने कहा कि इस पोस्ट का मकसद यह है कि हमें खुद से पूछना चाहिए कि ऐसी कौन सी परिस्थितियां हैं जो भारतीय नागरिकों - यहां तक कि पढ़े-लिखे लोगों को भी आतंकवादी बना देती हैं।
बता दें कि पी चिदंबरम की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब दिल्ली विस्फोट मामले में कई संदिग्धों की गिरफ्तारी का खुलासा हुआ है। इनमें डॉक्टर मुजम्मिल गनई, अदील अहमद राथर, शाहीन शाहिद और उमर उन नबी शामिल हैं, जो कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े फरीदाबाद स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे।
I have maintained before and after the Pahalgam terror attack that there are two kinds of terrorists -- foreign-trained infiltrated terrorists and home-grown terrorists
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 12, 2025
I said so in Parliament during the debate on Operation Sindoor
I was mocked and trolled for the reference to…
पी चिदंबरम ने संसद में उठाया था सवाल
पहलगाम हमले की जांच को लेकर पी चिदंबरम ने संसद में सरकार के एक्शन पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सरकार यह बताने को तैयार नहीं है कि एनआईए ने अब तक क्या किया है। क्या उन्होंने आतंकवादियों की पहचान की है, वे कहां से आए थे? जहां तक मुझे लग रहा है, वे घरेलू आतंकवादी हो सकते हैं। आप यह क्यों मान रहे हैं कि वे पाकिस्तान से आए हैं? इसका कोई सबूत नहीं है।





