नई दिल्ली: बहुत से युवा 40 की उम्र तक 1 करोड़ रुपये जमा करने का लक्ष्य रखते हैं। रिटायरमेंट प्लानर मिलिंद देवगांवकर का कहना है कि यह लक्ष्य तभी पूरा हो सकता है जब युवा सिर्फ ज्यादा रिटर्न के पीछे भागने की बजाय लगातार निवेश पर ध्यान दें। देवगांवकर ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट में लिखा कि 40 की उम्र तक 1 करोड़ रुपये का फंड बनाना ज्यादातर युवाओं के लिए आसान नहीं होगा। इसके लिए लंबे समय तक टिके रहने की जरूरत है।
देवगांवकर बताते हैं, "मैं हर महीने कम से कम दो बार अपने क्लाइंट्स से सुनता हूं जिनकी उम्र 30 के आसपास है कि मुझे 40 तक करोड़पति बनना है।' उन्होंने यह भी बताया कि कई लोग असली नतीजे दिखने से बहुत पहले ही निवेश करना छोड़ देते हैं। उन्होंने कहा, "ज्यादातर लोग 15 साल तक निवेश नहीं कर पाते। यह कड़वी सच्चाई है। मेरे अनुभव में, 10 में से 6 निवेशक 3-5 साल के अंदर अपनी SIP रोक देते हैं या बंद कर देते हैं।"
लक्ष्य कैसे पा सकते हैं?
देवगांवकर के अनुसार, निवेशक कई कारणों से अपना निवेश निकाल लेते हैं। जैसे शादी, घर खरीदने के लिए डाउन पेमेंट, कार बदलना या नौकरी बदलना। वह कहते हैं, "कागजों पर गणित बहुत अच्छा लगता है, लेकिन असली चुनौती नौकरी छूटने, बाजार में गिरावट आने या परिवार में कोई इमरजेंसी होने पर भी निवेशित रहने की है।" देवगांवकर ने 25 और 30 साल के लोगों के उदाहरण देकर बताया है कि उन्हें 1 करोड़ रुपये का लक्ष्य पाने के लिए हर महीने कितनी SIP करनी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह लक्ष्य असल में संभव होने के बावजूद आसान क्यों नहीं है।
देवगांवकर ने ये स्थितियां बताई हैं। मान लीजिए आप 25 साल की उम्र में शुरुआत करते हैं और आपकी सालाना कमाई 12 लाख रुपये है। आपको हर महीने 21,500 रुपये SIP की जरूरत होगी। यह आपकी इन-हैंड सैलरी का लगभग 25% है। मान लीजिए 12% सालाना रिटर्न (CAGR) मिलता है। ऐसी स्थिति में आप 40 साल की उम्र तक 1 करोड़ रुपये का कॉर्पस बना सकते हैं। लेकिन इसमें एक पेंच है कि इस इनकम ब्रैकेट के ज्यादातर लोग अपनी लाइफस्टाइल को अपनी इन्वेस्टमेंट से ज्यादा तेजी से बढ़ाते हैं।
लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत
दूसरी स्थिति यह है कि आप 30 साल की उम्र में शुरुआत करते हैं और आपकी सालाना कमाई 18 लाख रुपये है। आपको 40 साल की उम्र तक 1 करोड़ रुपये का कॉर्पस बनाने के लिए हर महीने 45,000 रुपये SIP की जरूरत होगी। यह आपकी इन-हैंड सैलरी का लगभग 37% है। आपने कंपाउंडिंग के 5 साल गंवा दिए हैं और लक्ष्य पाने के लिए सिर्फ 10 साल बचे हैं। क्या यह संभव है? हां, लेकिन इसके लिए बहुत अनुशासन और लाइफस्टाइल में कुछ बड़े त्याग की जरूरत होगी। देर से शुरुआत करने का असर उतना ही ज्यादा होता है जितना लोग सोचते हैं।
देवगांवकर कहते हैं कि ये कैलकुलेशन इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पर आधारित हैं जिनमें औसतन 12% रिटर्न माना गया है। इसमें सैलरी बढ़ने को शामिल नहीं किया गया है। अगर इनकम बढ़ने के साथ इन्वेस्टमेंट बढ़ाया जाए तो ये आंकड़े और बेहतर हो सकते हैं। देवगांवकर ने 40 की उम्र तक बड़ा फंड बनाने के लिए कुछ सलाह दी है। उनका कहना है कि जल्दी शुरुआत करना, ज्यादा कमाने से बेहतर है। 25 साल का व्यक्ति जो हर महीने 5,000 रुपये निवेश करता है, वह 32 साल के उस व्यक्ति से बेहतर है जो हर महीने 15,000 रुपये निवेश करता है।
महंगाई का ध्यान
उन्होंने कहा, "रिटर्न से ज्यादा जरूरी है लगातार निवेश करना। मैंने ऐसे क्लाइंट्स देखे हैं जो 15% रिटर्न पाने के चक्कर में बाजार में गिरावट के दौरान SIPs लेना बंद कर देते हैं। आखिर में उनके पास उनसे कम पैसा होता है जिसने 12% रिटर्न पर भी लगातार निवेश किया।" देवगांवकर इस बात पर जोर देते हैं कि बड़ा फंड बनाने का लक्ष्य रखते समय महंगाई का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा, "40 की उम्र में 1 करोड़ रुपये आज के हिसाब से बहुत अच्छा लगता है। लेकिन 6% महंगाई दर से, यह आज के 55 लाख रुपये के बराबर होगा।"
देवगांवकर बताते हैं, "मैं हर महीने कम से कम दो बार अपने क्लाइंट्स से सुनता हूं जिनकी उम्र 30 के आसपास है कि मुझे 40 तक करोड़पति बनना है।' उन्होंने यह भी बताया कि कई लोग असली नतीजे दिखने से बहुत पहले ही निवेश करना छोड़ देते हैं। उन्होंने कहा, "ज्यादातर लोग 15 साल तक निवेश नहीं कर पाते। यह कड़वी सच्चाई है। मेरे अनुभव में, 10 में से 6 निवेशक 3-5 साल के अंदर अपनी SIP रोक देते हैं या बंद कर देते हैं।"
लक्ष्य कैसे पा सकते हैं?
देवगांवकर के अनुसार, निवेशक कई कारणों से अपना निवेश निकाल लेते हैं। जैसे शादी, घर खरीदने के लिए डाउन पेमेंट, कार बदलना या नौकरी बदलना। वह कहते हैं, "कागजों पर गणित बहुत अच्छा लगता है, लेकिन असली चुनौती नौकरी छूटने, बाजार में गिरावट आने या परिवार में कोई इमरजेंसी होने पर भी निवेशित रहने की है।" देवगांवकर ने 25 और 30 साल के लोगों के उदाहरण देकर बताया है कि उन्हें 1 करोड़ रुपये का लक्ष्य पाने के लिए हर महीने कितनी SIP करनी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह लक्ष्य असल में संभव होने के बावजूद आसान क्यों नहीं है।
देवगांवकर ने ये स्थितियां बताई हैं। मान लीजिए आप 25 साल की उम्र में शुरुआत करते हैं और आपकी सालाना कमाई 12 लाख रुपये है। आपको हर महीने 21,500 रुपये SIP की जरूरत होगी। यह आपकी इन-हैंड सैलरी का लगभग 25% है। मान लीजिए 12% सालाना रिटर्न (CAGR) मिलता है। ऐसी स्थिति में आप 40 साल की उम्र तक 1 करोड़ रुपये का कॉर्पस बना सकते हैं। लेकिन इसमें एक पेंच है कि इस इनकम ब्रैकेट के ज्यादातर लोग अपनी लाइफस्टाइल को अपनी इन्वेस्टमेंट से ज्यादा तेजी से बढ़ाते हैं।
लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत
दूसरी स्थिति यह है कि आप 30 साल की उम्र में शुरुआत करते हैं और आपकी सालाना कमाई 18 लाख रुपये है। आपको 40 साल की उम्र तक 1 करोड़ रुपये का कॉर्पस बनाने के लिए हर महीने 45,000 रुपये SIP की जरूरत होगी। यह आपकी इन-हैंड सैलरी का लगभग 37% है। आपने कंपाउंडिंग के 5 साल गंवा दिए हैं और लक्ष्य पाने के लिए सिर्फ 10 साल बचे हैं। क्या यह संभव है? हां, लेकिन इसके लिए बहुत अनुशासन और लाइफस्टाइल में कुछ बड़े त्याग की जरूरत होगी। देर से शुरुआत करने का असर उतना ही ज्यादा होता है जितना लोग सोचते हैं।
देवगांवकर कहते हैं कि ये कैलकुलेशन इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पर आधारित हैं जिनमें औसतन 12% रिटर्न माना गया है। इसमें सैलरी बढ़ने को शामिल नहीं किया गया है। अगर इनकम बढ़ने के साथ इन्वेस्टमेंट बढ़ाया जाए तो ये आंकड़े और बेहतर हो सकते हैं। देवगांवकर ने 40 की उम्र तक बड़ा फंड बनाने के लिए कुछ सलाह दी है। उनका कहना है कि जल्दी शुरुआत करना, ज्यादा कमाने से बेहतर है। 25 साल का व्यक्ति जो हर महीने 5,000 रुपये निवेश करता है, वह 32 साल के उस व्यक्ति से बेहतर है जो हर महीने 15,000 रुपये निवेश करता है।
महंगाई का ध्यान
उन्होंने कहा, "रिटर्न से ज्यादा जरूरी है लगातार निवेश करना। मैंने ऐसे क्लाइंट्स देखे हैं जो 15% रिटर्न पाने के चक्कर में बाजार में गिरावट के दौरान SIPs लेना बंद कर देते हैं। आखिर में उनके पास उनसे कम पैसा होता है जिसने 12% रिटर्न पर भी लगातार निवेश किया।" देवगांवकर इस बात पर जोर देते हैं कि बड़ा फंड बनाने का लक्ष्य रखते समय महंगाई का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा, "40 की उम्र में 1 करोड़ रुपये आज के हिसाब से बहुत अच्छा लगता है। लेकिन 6% महंगाई दर से, यह आज के 55 लाख रुपये के बराबर होगा।"
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