एक्ट्रेस और कंटेंट क्रिएटर इशिता अरुण ने अपने मामा पीयूष पांडे के अंतिम संस्कार में मुस्कुराते और बातचीत करते हुए एक वीडियो वायरल होने के बाद ऑनलाइन आलोचनाओं का जवाब दिया है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उन पर इस गंभीर कार्यक्रम में अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया, जिसके बाद एक्ट्रेस ने एक गंभीर बयान जारी किया है।
अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज के जरिए विवाद के बारे में बात करते हुए इशिता अरुण ने अपने दिवंगत मामा की एक तस्वीर के साथ एक इमोशनल नोट शेयर किया, जिसमें बताया कि हर किसी के लिए दुख अलग-अलग रूप में प्रकट होता है।
इशिता अरुण का अंतिम संस्कार से वीडियो वायरलउन्होंने लिखा, 'दुःख कोई एक कहानी नहीं होती। और जब आप किसी ऐसे व्यक्ति को अलविदा कह रहे हों जो बाकियों से ज्यादा जोर से हंसा हो, तो उसे हंसी के जरिए याद करना अनादर नहीं है। यह निरंतरता है। यह मांसपेशियों की स्मृति है। यह जानना है कि वह असल में कौन था।'
इशिता अरुण ने की आलोचनाएक्ट्रेस ने उन लोगों की भी आलोचना की, जिन्होंने वीडियो में कैद एक पल के आधार पर उन्हें जज करने की जल्दी की थी। उन्होंने कहा, 'आपने देखा कि हम उनकी बात पर हंस रहे थे—एक ऐसी बात जो सिर्फ वही बोल सकते थे। अगर आप उन्हें जानते होते, तो आपको यह समझाने की जरूरत ही नहीं पड़ती।'
इशिता को मिला फैंस का सपोर्टइशिता ने शोक के दौरान प्रामाणिकता के महत्व पर बात करते हुए लिखा, 'हम शोक का दिखावा नहीं करते। हम अजनबियों को सहज महसूस कराने के लिए यादों को दबा नहीं देते। हम उन्हें ईमानदारी से याद करते हैं - हंसी, साहस और जीवन जीने की तरह। अगली बार - उस पल पर कमेंट करने से पहले कहानी जान लीजिए।' उनके शब्द कई लोगों को पसंद आए, जो मानते हैं कि किसी अपने की आत्मा का जश्न मनाना, चाहे वह मुस्कुराहट और हंसी के जरिए ही क्यों न हो, शोक मनाने का एक सही और गहरा तरीका हो सकता है।
मामा के बारे में लिखा था इमोशनल नोटइस हफ्ते की शुरुआत में इशिता ने अपने मामा, महान ऐड मेकर पीयूष पांडे के साथ अपने बचपन की यादों को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट शेयर किया था। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मां उन्हें मुंबई लेकर आईं, यह मानते हुए कि उनकी प्रतिभा एक बड़े मंच की हकदार है।
अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज के जरिए विवाद के बारे में बात करते हुए इशिता अरुण ने अपने दिवंगत मामा की एक तस्वीर के साथ एक इमोशनल नोट शेयर किया, जिसमें बताया कि हर किसी के लिए दुख अलग-अलग रूप में प्रकट होता है।
इशिता अरुण का अंतिम संस्कार से वीडियो वायरलउन्होंने लिखा, 'दुःख कोई एक कहानी नहीं होती। और जब आप किसी ऐसे व्यक्ति को अलविदा कह रहे हों जो बाकियों से ज्यादा जोर से हंसा हो, तो उसे हंसी के जरिए याद करना अनादर नहीं है। यह निरंतरता है। यह मांसपेशियों की स्मृति है। यह जानना है कि वह असल में कौन था।'
इशिता अरुण ने की आलोचनाएक्ट्रेस ने उन लोगों की भी आलोचना की, जिन्होंने वीडियो में कैद एक पल के आधार पर उन्हें जज करने की जल्दी की थी। उन्होंने कहा, 'आपने देखा कि हम उनकी बात पर हंस रहे थे—एक ऐसी बात जो सिर्फ वही बोल सकते थे। अगर आप उन्हें जानते होते, तो आपको यह समझाने की जरूरत ही नहीं पड़ती।'
इशिता को मिला फैंस का सपोर्टइशिता ने शोक के दौरान प्रामाणिकता के महत्व पर बात करते हुए लिखा, 'हम शोक का दिखावा नहीं करते। हम अजनबियों को सहज महसूस कराने के लिए यादों को दबा नहीं देते। हम उन्हें ईमानदारी से याद करते हैं - हंसी, साहस और जीवन जीने की तरह। अगली बार - उस पल पर कमेंट करने से पहले कहानी जान लीजिए।' उनके शब्द कई लोगों को पसंद आए, जो मानते हैं कि किसी अपने की आत्मा का जश्न मनाना, चाहे वह मुस्कुराहट और हंसी के जरिए ही क्यों न हो, शोक मनाने का एक सही और गहरा तरीका हो सकता है।
मामा के बारे में लिखा था इमोशनल नोटइस हफ्ते की शुरुआत में इशिता ने अपने मामा, महान ऐड मेकर पीयूष पांडे के साथ अपने बचपन की यादों को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट शेयर किया था। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मां उन्हें मुंबई लेकर आईं, यह मानते हुए कि उनकी प्रतिभा एक बड़े मंच की हकदार है।
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