अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं सुभासपा मुखिया ओम प्रकाश राजभर की इस समय तबीयत बिगड़ी चल रही है। उनका इलाज लखनऊ के सबसे महंगे मेदांता अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों की मानें तो उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है। बताया जा रहा है कि अचानक चलने में दिक्कत होने के बाद रविवार को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भर्ती होने के बाद उनकी सिटी स्कैन समेत कई जांचें कराई गई थीं, जिसमें माइनर स्ट्रोक की पुष्टि हुई है। फिलहाल उनकी तबीयत पहले से बेहतर है।
सोमवार को मेदांता अस्पताल ने कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर का मेडिकल बुलेटिन जारी किया। मेदांता की ओर से बताया गया कि 57 वर्षीय ओम प्रकाश राजभर को 21 सितंबर को शाम 4 बजे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें अचानक बोलने में दिक्कत और चलते समय असंतुलन की शिकायत थी, जो उसी दिन सुबह लगभग 8 बजे शुरू हुई थी। जांच में मामूली स्ट्रोक की पुष्टि हुई है।
मेदांता हॉस्पिटल की ओर से बताया गया कि ओपी राजभर को मधुमेह की समस्या पहले भी हो चुकी है। उनकी वर्तमान स्थिति स्थिर है और वे चिकित्सकीय देखरेख में हैं। अस्पताल उनकी प्रगति पर लगातार नजर रखे हुए है। वहीं, ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने बताया कि वीकनेस लगने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब उनकी तबीयत पहले से बेहतर है। अरुण राजभर ने बताया कि दो-तीन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
बता दें कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा मुखिया ओपी राजभर की रविवार सुबह से ही तबीयत ठीक नहीं चल रही थी। वीकनेस लगने और चलने में दिक्कत लगने के बाद आनन-फानन में राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया था। जहां उनका शुरुआती इलाज हुआ था। इसके बाद उन्हें शाम 4 बजे के करीब मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया दिया गया था। ओपी राजभर की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने के बाद ही तुरंत उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी लोहिया अस्पताल पहुंच गए थे। अब तक सिटी स्कैन, खून समेत कई जांचें कराई जा चुकी हैं। मेदांता अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
सोमवार को मेदांता अस्पताल ने कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर का मेडिकल बुलेटिन जारी किया। मेदांता की ओर से बताया गया कि 57 वर्षीय ओम प्रकाश राजभर को 21 सितंबर को शाम 4 बजे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें अचानक बोलने में दिक्कत और चलते समय असंतुलन की शिकायत थी, जो उसी दिन सुबह लगभग 8 बजे शुरू हुई थी। जांच में मामूली स्ट्रोक की पुष्टि हुई है।
मेदांता हॉस्पिटल की ओर से बताया गया कि ओपी राजभर को मधुमेह की समस्या पहले भी हो चुकी है। उनकी वर्तमान स्थिति स्थिर है और वे चिकित्सकीय देखरेख में हैं। अस्पताल उनकी प्रगति पर लगातार नजर रखे हुए है। वहीं, ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने बताया कि वीकनेस लगने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब उनकी तबीयत पहले से बेहतर है। अरुण राजभर ने बताया कि दो-तीन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
बता दें कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा मुखिया ओपी राजभर की रविवार सुबह से ही तबीयत ठीक नहीं चल रही थी। वीकनेस लगने और चलने में दिक्कत लगने के बाद आनन-फानन में राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया था। जहां उनका शुरुआती इलाज हुआ था। इसके बाद उन्हें शाम 4 बजे के करीब मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया दिया गया था। ओपी राजभर की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने के बाद ही तुरंत उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी लोहिया अस्पताल पहुंच गए थे। अब तक सिटी स्कैन, खून समेत कई जांचें कराई जा चुकी हैं। मेदांता अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
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