विशाल वर्मा, जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से एक बड़ी अजीब घटना सामने आई है, जहाँ एक दुल्हन ने शादी के दिन ही शादी से इनकार कर दिया। मामला तब सुर्खियों में आया जब दुल्हन को पता चला कि उसका दूल्हा सरकारी नौकरी नहीं बल्कि एक संविदा (कॉन्ट्रैक्ट) पर कार्यरत है। इसके बाद उसने 7 फेरे लेने से इनकार कर दिया, जिससे बरात को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा। दरअसल, जालौन के मुख्यालय उरई निवासी आकाश दीप की शादी कदौरा थाना क्षेत्र के गांव उकुरुवा निवासी रामप्रकाश अहिरवार की पुत्री किरन (सरिता) के साथ तय हुई थी। आकाश दीप डकैती कोर्ट में संविदा आधारित लिपिक के पद पर कार्यरत है। देर शाम दूल्हे का टीका समारोह हुआ, जिसके बाद लड़की पक्ष के लोग गेस्ट हाउस में पहुंचे। सभी रस्में सुचारू रूप से चल रही थीं। रात करीब 9 बजे दूल्हा आकाश दीप बारात लेकर गेस्ट हाउस पहुंचा। बाराती खुशी-खुशी नाच-गा रहे थे। टीका और द्वारचार की रस्में पूरी होने के बाद जयमाला का कार्यक्रम हुआ। अचानक शादी रद्द करने का फैसलाजयमाला के तुरंत बाद लड़की पक्ष को किसी ने बताया कि दूल्हा सरकारी नौकरी में नहीं, बल्कि संविदा पर काम करता है। यह जानकारी मिलते ही दुल्हन किरन ने शादी से मना कर दिया और आरोप लगाया कि लड़के वालों ने झूठ बोलकर उन्हें धोखा दिया है। इसके बाद विवाह स्थल पर हंगामा हो गया। लड़की पक्ष ने आरोप लगाया कि उन्हें दूल्हे की सच्चाई पहले नहीं बताई गई। काफी देर तक बहस होने के बाद भी मामला सुलझ नहीं पाया और बारात को बिना दुल्हन के वापस लौटना पड़ा। कोतवाली शिकायत करने पहुंचा दुल्हाइस घटना के बाद दूल्हा आकाश दीप कोतवाली पहुंचा और पुलिस को पूरी घटना से अवगत कराया। हालांकि, पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज करने के लिए कहने पर लड़के पक्ष ने लिखित शिकायत तैयार की, लेकिन उसे पुलिस को सौंपा नहीं। दोनों पक्षों के बीच लंबी बातचीत हुई, लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका। अंततः दोनों पक्ष वापस चले गए।
You may also like
केंद्र सरकार के 11 साल पूरे होने पर भाजपा नेताओं ने जताई खुशी, बोले – 'यह ऐतिहासिक क्षण'
'स्टेल्थ' लड़ाकू विमान बनाने की भारत की योजना क्या है और इसकी ज़रूरत क्यों थी?
केवीके परसौनी ने शुरू किया विकसित कृषि संकल्प अभियान
मतदाता सूची के संधारण को लेकर नालंदा में बीएलओ को दिया गया प्रशिक्षण
विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस पर किशोरियों को वितरित किया गया स्वच्छता किट