वीएन दास, अयोध्या: कुछ दिनों पहले अयोध्या में सड़क किनारे एक बुजुर्ग महिला को उसके परिजन बेसहारा छोड़ गए थे। पुलिस ने बुजुर्ग महिला को अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। अब पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
थाना कोतवाली अयोध्या पुलिस और सर्विलांस सेल की संयुक्त कार्रवाई में एक वृद्ध महिला की पहचान कर उसे लावारिस छोड़ने के मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इनमें मृतका की बहू समेत दो महिलाएं और एक ई-रिक्शा चालक शामिल है।
24 जुलाई को चौकी दर्शननगर क्षेत्र अंतर्गत किशुनदासपुर में एक अज्ञात बुजुर्ग महिला को एक पुरुष और दो महिलाएं ई-रिक्शे से लाकर सुनसान स्थान पर छोड़ गई थीं। पुलिस ने महिला को इलाज के लिए मण्डलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था, जहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया प्रचार के माध्यम से महिला की पहचान भाग्यवती उर्फ भाग्यदेवी निवासी ग्राम छेदीपुरवा, गोंडा के रूप में की।
जांच के दौरान मृतका की बहू जया सिंह उर्फ नेहा, सहयोगी महिला सुषमा और ई-रिक्शा चालक प्रेमजीत तिवारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें जया सिंह ने बताया कि वह सुषमा की मदद से अपनी सास को एक ई रिक्शा में लेकर आई थी। रात में सुनसान क्षेत्र में अपनी वृद्ध सास को लावारिस हालत में छोड़कर चले गए थे।
पुलिस के अनुसार, मृतका कैंसर से पीड़ित थीं और इलाज का खर्च न उठाने की मंशा से तीनों ने मिलकर उन्हें रात में एकांत में छोड़ दिया था। आरोपितों के विरुद्ध कोतवाली अयोध्या में धारा 105 बीएनएस के तहत केस दर्ज कर उन्हें 31 जुलाई को ट्रामा सेंटर ओवरब्रिज के नीचे से गिरफ्तार किया गया। एसएसपी ने टीम को 25,000 का नकद इनाम देने की घोषणा की है।
थाना कोतवाली अयोध्या पुलिस और सर्विलांस सेल की संयुक्त कार्रवाई में एक वृद्ध महिला की पहचान कर उसे लावारिस छोड़ने के मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इनमें मृतका की बहू समेत दो महिलाएं और एक ई-रिक्शा चालक शामिल है।
24 जुलाई को चौकी दर्शननगर क्षेत्र अंतर्गत किशुनदासपुर में एक अज्ञात बुजुर्ग महिला को एक पुरुष और दो महिलाएं ई-रिक्शे से लाकर सुनसान स्थान पर छोड़ गई थीं। पुलिस ने महिला को इलाज के लिए मण्डलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था, जहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया प्रचार के माध्यम से महिला की पहचान भाग्यवती उर्फ भाग्यदेवी निवासी ग्राम छेदीपुरवा, गोंडा के रूप में की।
जांच के दौरान मृतका की बहू जया सिंह उर्फ नेहा, सहयोगी महिला सुषमा और ई-रिक्शा चालक प्रेमजीत तिवारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें जया सिंह ने बताया कि वह सुषमा की मदद से अपनी सास को एक ई रिक्शा में लेकर आई थी। रात में सुनसान क्षेत्र में अपनी वृद्ध सास को लावारिस हालत में छोड़कर चले गए थे।
पुलिस के अनुसार, मृतका कैंसर से पीड़ित थीं और इलाज का खर्च न उठाने की मंशा से तीनों ने मिलकर उन्हें रात में एकांत में छोड़ दिया था। आरोपितों के विरुद्ध कोतवाली अयोध्या में धारा 105 बीएनएस के तहत केस दर्ज कर उन्हें 31 जुलाई को ट्रामा सेंटर ओवरब्रिज के नीचे से गिरफ्तार किया गया। एसएसपी ने टीम को 25,000 का नकद इनाम देने की घोषणा की है।
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