प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त 9.7 करोड़ किसानों के खाते में ट्रांसफर करने के बाद मोदी सरकार ने किसानों को एक और खुशखबरी दी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत खरीफ की फसल की बीमा कराने की आखिरी तारीख बढ़ा दी गई है। हालांकि सरकार की ओर से यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि यह आखिरी मौका होगा, इसके बाद तारीख में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।
कई राज्यों में किसान अब 14 अगस्त, 2025 तक अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं। पहले यह तारीख 31 जुलाई थी, लेकिन किसानों को राहत देते हुए यह फैसला लिया गया है। फसल बीमा योजना के तहत किसान अपनी फसल का इंश्योरेंस करा सकते हैं। ऐसे में अगर फसल को नुकसान पहुंचता है तो बैंक या कंपनी की ओर से मुआवजा क्लेम किया जा सकता है। इस समय खरीफ की फसल का बीमा किया जा रहा है।
फसल बीमा के लाभ पीएम फसल बीमा योजना के तहत खरीफ, रबी और बागवानी फसलों के लिए बीमा करा सकते हैं। अभी गर्मी यानी खरीफ की फसल के लिए बीमा करा सकते हैं। अच्छी बात यह है कि आपको सिर्फ 2 फीसदी प्रीमियम ही देना होगा। बाकी का पैसा सरकार की ओर से दिया जाएगा। रबी की फसल के लिए तो सिर्फ 1.5% प्रीमियम ही देना होता है। किस फसल के लिए कितना प्रीमियम बनेगा और आपको कितना पैसा देना होगा, इसका पता आप ऑनलाइन कैलकुलेटर से कर सकते हैं। मान लीजिए अगर किसी फसल के बीमा के लिए 12 फीसदी प्रीमियम बनता है तो 10% सरकार देगी। यही नहीं कई राज्यों में तो एक भी पैसा नहीं देना होगा। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में यह बिल्कुल मुफ्त है।
कई राज्यों में बढ़ी तारीख
पीएम फसल बीमा योजना की हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने के बाद जानकारी मिली है कि कई राज्यों में बीमा लेने की तारीख बढ़ा दी गई है। हालांकि विभाग ने यह भी साफ कर दिया है कि यह आखिरी मौका होगा। इसके बाद तारीख नहीं बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ राज्यों में फसल बीमा की आखिरी तारीख बढ़ाकर 14 अगस्त कर दी गई है। इन राज्यों के जिन किसानों ने अब तक फसल का बीमा नहीं कराया है, तो उनके पास यह आखिरी मौका होगा।
कई तरह के कवरेज बुआई से लेकर कटाई तक किसी भी स्तर पर अगर फसल को नुकसान पहुंचता है तो आप इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं। कवरेज में बारिश, बाढ़, सूखा, कीट प्रकोप, लैंड स्लाइड, ओलावृष्टि या अन्य प्राकृतिक आपदाएं शामिल हैं। पीएम फसल बीमा योजना के तहत अब तक 1.75 लाख करोड़ रुपये तक का मुआवजा दिया जा चुका है।
कई राज्यों में किसान अब 14 अगस्त, 2025 तक अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं। पहले यह तारीख 31 जुलाई थी, लेकिन किसानों को राहत देते हुए यह फैसला लिया गया है। फसल बीमा योजना के तहत किसान अपनी फसल का इंश्योरेंस करा सकते हैं। ऐसे में अगर फसल को नुकसान पहुंचता है तो बैंक या कंपनी की ओर से मुआवजा क्लेम किया जा सकता है। इस समय खरीफ की फसल का बीमा किया जा रहा है।
फसल बीमा के लाभ पीएम फसल बीमा योजना के तहत खरीफ, रबी और बागवानी फसलों के लिए बीमा करा सकते हैं। अभी गर्मी यानी खरीफ की फसल के लिए बीमा करा सकते हैं। अच्छी बात यह है कि आपको सिर्फ 2 फीसदी प्रीमियम ही देना होगा। बाकी का पैसा सरकार की ओर से दिया जाएगा। रबी की फसल के लिए तो सिर्फ 1.5% प्रीमियम ही देना होता है। किस फसल के लिए कितना प्रीमियम बनेगा और आपको कितना पैसा देना होगा, इसका पता आप ऑनलाइन कैलकुलेटर से कर सकते हैं। मान लीजिए अगर किसी फसल के बीमा के लिए 12 फीसदी प्रीमियम बनता है तो 10% सरकार देगी। यही नहीं कई राज्यों में तो एक भी पैसा नहीं देना होगा। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में यह बिल्कुल मुफ्त है।
कई राज्यों में बढ़ी तारीख
पीएम फसल बीमा योजना की हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने के बाद जानकारी मिली है कि कई राज्यों में बीमा लेने की तारीख बढ़ा दी गई है। हालांकि विभाग ने यह भी साफ कर दिया है कि यह आखिरी मौका होगा। इसके बाद तारीख नहीं बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ राज्यों में फसल बीमा की आखिरी तारीख बढ़ाकर 14 अगस्त कर दी गई है। इन राज्यों के जिन किसानों ने अब तक फसल का बीमा नहीं कराया है, तो उनके पास यह आखिरी मौका होगा।
मा कृषि मंत्री श्री @spshahibjp जी के अनुरोध पर फसल बीमा की अंतिम तिथि बढ़ाई गई
— Krishi Vibhag Gov UP (@jdabureau) August 4, 2025
✅ ऋणी कृषकों (#KCC/#क्रॉप_लोन) के लिए अंतिम तिथि 30 अगस्त
✅ #गैर_ऋणी कृषकों अंतिम तिथि 14 अगस्त#वेबसाइट https://t.co/W5FkhfhP2p पर जाकर पंजीकरण करा सकते हैं। #खरीफ_सीजन में #प्रीमियम 2% होता है pic.twitter.com/9555XiQqmc
कई तरह के कवरेज बुआई से लेकर कटाई तक किसी भी स्तर पर अगर फसल को नुकसान पहुंचता है तो आप इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं। कवरेज में बारिश, बाढ़, सूखा, कीट प्रकोप, लैंड स्लाइड, ओलावृष्टि या अन्य प्राकृतिक आपदाएं शामिल हैं। पीएम फसल बीमा योजना के तहत अब तक 1.75 लाख करोड़ रुपये तक का मुआवजा दिया जा चुका है।
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