सतनाः मध्यप्रदेश के सतना जिले में दिनदहाड़े सनसनीखेज वारदात हुई थी। शहर के चाणक्यपुरी कॉलोनी में 3 अगस्त को व्यापारी के घर में नाकाबपोश बदमाशों ने फायरिंग की थी। सतना पुलिस ने इस कांड को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की थी। टीम ने 72 घंटों में खुलासा कर दिया है। पड़ोसी समेत 3 आरोपी पकड़े गए हैं।
दरअसल, यह हमला एक पुराने जमीन विवाद का नतीजा निकला। व्यापारी भागवत गुप्ता को डराने के लिए इंदौर से शूटर बुलाकर वारदात को अंजाम दिया गया। नकाब पहनकर आए बदमाशों ने दिनदहाड़े व्यापारी के घर पर चार राउंड फायरिंग कर फरार हो गए थे।
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि मामले में तीन आरोपियों कमल कुमार माटा, रवि सिंह और सुभाष सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से कमल माटा खुद व्यापारी भागवत गुप्ता का पड़ोसी है। इन दोनों के बीच पुष्कर्णी पार्क क्षेत्र की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था।
जमीन में 57 लाख का निवेश
मुख्य आरोपी रवि सिंह और कमल माटा ने विवादित जमीन में करीब 57 लाख रुपये निवेश किए थे। आरोप है कि व्यापारी भागवत गुप्ता ने इस जमीन का कब्जा देने से इनकार कर दिया, जिसके चलते दोनों ने उसे डराने के लिए साजिश रच डाली थी। रवि सिंह ने पूरी प्लानिंग बनाई और शूटरों को इंदौर से बुलवाया था।
फर्जी नंबर प्लेट से बचने की साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए एक एक्सयूवी कार का इस्तेमाल किया। इस पर लखनऊ और सतना की फर्जी नंबर प्लेट (UP-32GR-0404) और (MP-21 5670) लगाई गई थी। उनका उद्देश्य पुलिस को गुमराह करना था। हालांकि 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज ने सारी प्लानिंग फेल कर दी।
फायरिंग के बाद भोपाल भागे आरोपी
मुख्य आरोपी रवि सिंह ने 30 और 31 जुलाई को व्यापारी के घर की रेकी की थी। इसके बाद 3 अगस्त को पांच नकाबपोश बदमाशों ने चार राउंड फायरिंग कर दी। फायरिंग की वारदात करते ही आरोपी मौके से भाग निकले। सभी सतना से किसी तरह भोपाल भाग गए थे।
100 से ज्यादा खंगाले सीसीटीवी फुटेज
सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई थी। टीम ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो कुछ अहम सुराग मिले। इसके आधार पर सबसे पहले रवि सिंह को हिरासत में लिया। इससे पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ।
साथी ने बताया आरोपियों का ठिकाना
पुलिस की पूछताछ में रवि सिंह ने सुभाष सिंह और कमल माटा के नाम का भी खुलासा किया है। गिरफ्तार सुभाष सिंह परिहार पर हत्या, लूट, एनडीपीएस एक्ट सहित 18 से अधिक गंभीर अपराध दर्ज हैं। वह 2019 की एक हत्या का भी आरोपी है और लंबे समय से फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।
मकसद सुनकर पुलिस हैरान
पुलिस के अनुसार आरोपियों का मकसद व्यापारी को भयभीत कर जमीन का सौदा अपने पक्ष में करवाना था। हालांकि पुलिस ने अब आरोपियों को पकड़ लिया है। आरोपियों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। साथ ही अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश जारी है।
दरअसल, यह हमला एक पुराने जमीन विवाद का नतीजा निकला। व्यापारी भागवत गुप्ता को डराने के लिए इंदौर से शूटर बुलाकर वारदात को अंजाम दिया गया। नकाब पहनकर आए बदमाशों ने दिनदहाड़े व्यापारी के घर पर चार राउंड फायरिंग कर फरार हो गए थे।
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि मामले में तीन आरोपियों कमल कुमार माटा, रवि सिंह और सुभाष सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से कमल माटा खुद व्यापारी भागवत गुप्ता का पड़ोसी है। इन दोनों के बीच पुष्कर्णी पार्क क्षेत्र की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था।
जमीन में 57 लाख का निवेश
मुख्य आरोपी रवि सिंह और कमल माटा ने विवादित जमीन में करीब 57 लाख रुपये निवेश किए थे। आरोप है कि व्यापारी भागवत गुप्ता ने इस जमीन का कब्जा देने से इनकार कर दिया, जिसके चलते दोनों ने उसे डराने के लिए साजिश रच डाली थी। रवि सिंह ने पूरी प्लानिंग बनाई और शूटरों को इंदौर से बुलवाया था।
फर्जी नंबर प्लेट से बचने की साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए एक एक्सयूवी कार का इस्तेमाल किया। इस पर लखनऊ और सतना की फर्जी नंबर प्लेट (UP-32GR-0404) और (MP-21 5670) लगाई गई थी। उनका उद्देश्य पुलिस को गुमराह करना था। हालांकि 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज ने सारी प्लानिंग फेल कर दी।
फायरिंग के बाद भोपाल भागे आरोपी
मुख्य आरोपी रवि सिंह ने 30 और 31 जुलाई को व्यापारी के घर की रेकी की थी। इसके बाद 3 अगस्त को पांच नकाबपोश बदमाशों ने चार राउंड फायरिंग कर दी। फायरिंग की वारदात करते ही आरोपी मौके से भाग निकले। सभी सतना से किसी तरह भोपाल भाग गए थे।
100 से ज्यादा खंगाले सीसीटीवी फुटेज
सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई थी। टीम ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो कुछ अहम सुराग मिले। इसके आधार पर सबसे पहले रवि सिंह को हिरासत में लिया। इससे पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ।
साथी ने बताया आरोपियों का ठिकाना
पुलिस की पूछताछ में रवि सिंह ने सुभाष सिंह और कमल माटा के नाम का भी खुलासा किया है। गिरफ्तार सुभाष सिंह परिहार पर हत्या, लूट, एनडीपीएस एक्ट सहित 18 से अधिक गंभीर अपराध दर्ज हैं। वह 2019 की एक हत्या का भी आरोपी है और लंबे समय से फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।
मकसद सुनकर पुलिस हैरान
पुलिस के अनुसार आरोपियों का मकसद व्यापारी को भयभीत कर जमीन का सौदा अपने पक्ष में करवाना था। हालांकि पुलिस ने अब आरोपियों को पकड़ लिया है। आरोपियों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। साथ ही अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश जारी है।
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