नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में डेंगू आपने पांव पसार रहा है। दिल्ली में डेंगू से इस साल 9 साल की बच्ची सहित दो लोगों की मौत हुई है। बच्ची शालीबार बाग स्थित मैक्स फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती थी, जबकि 48 साल का शख्स एमसीडी के स्वामी दयानंद हॉस्पिटल में भर्ती था।
डेंगू से हुई थी इतनी मौत
एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल डेंगू से मौत का आंकड़ा 11 था। दिल्ली में डेंगू के मामलों में भी अच्छी खासी वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले बहुत कम है। पिछले तीन महीनों में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
इस साल डेंगू के इतने मामले आए सामने
अगस्त में डेंगू के 208, सितंबर में 260 और अक्टूबर में डेंगू के 377 मामले आए। एक नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में डेंगू के 67 मामले दर्ज हुए। जनवरी से लेकर अब तक डेंगू के मामलों की संख्या बढ़कर 989 हो चुकी है। दोनों मौतें भी इसी सप्ताह के रेकॉर्ड में दर्ज हुई है। इसी तरह से मलेरिया के मामलों की संख्या 623 तक पहुंच चुकी है। अक्टूबर में अभी तक के सबसे ज्यादा 252 मामले आए। एक सप्ताह में ही मलेरिया के 33 मामले दर्ज हुए।
पिछले साल से कम
चिकनगुनिया के अब तक 133 मामले दर्ज हो चुके हैं। इस सप्ताह चिकनगुनिया के 13 मामले दर्ज हुए। एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि नवंबर 2025 तक तीनों मच्छरजनित बीमारियों के जितने भी मामले दर्ज हुए हैं। उनकी 2024 के आंकड़ों से तुलना की जाए तो यह बहुत कम है। डेंगू के मामलों पर ही नजर दौड़ाई जाए तो 2024 में डेंगू के 6391 मामले दर्ज हुए थे और 11 लोगों की मौत हुई थी।
मामलों में आएगी गिरावट
इस साल अब तक यह आंकड़ा एक हजार को भी पार नहीं कर पाया है। मौत के दो मामले में भी तब दर्ज हुए हैं, जब मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप लगभग खत्म हो चुका है। क्योंकि पिछले महीने के मुकाबले इस महीने तापमान में बहुत कमी आई है। इसलिए अब मच्छरजनित बीमारियों के आंकड़ों में और गिरावट आएगी।
डीबीसी वर्कर्स पूरे 33 दिन हड़ताल पर रहे। कहीं इसकी वजह से तो मौत नहीं हुई? इसके जवाब में पब्लिक हेल्थ विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि हड़ताल से इसका दूर-दूर तक कोई लेनादेना नहीं।
डेंगू से हुई थी इतनी मौत
एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल डेंगू से मौत का आंकड़ा 11 था। दिल्ली में डेंगू के मामलों में भी अच्छी खासी वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले बहुत कम है। पिछले तीन महीनों में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
इस साल डेंगू के इतने मामले आए सामने
अगस्त में डेंगू के 208, सितंबर में 260 और अक्टूबर में डेंगू के 377 मामले आए। एक नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में डेंगू के 67 मामले दर्ज हुए। जनवरी से लेकर अब तक डेंगू के मामलों की संख्या बढ़कर 989 हो चुकी है। दोनों मौतें भी इसी सप्ताह के रेकॉर्ड में दर्ज हुई है। इसी तरह से मलेरिया के मामलों की संख्या 623 तक पहुंच चुकी है। अक्टूबर में अभी तक के सबसे ज्यादा 252 मामले आए। एक सप्ताह में ही मलेरिया के 33 मामले दर्ज हुए।
पिछले साल से कम
चिकनगुनिया के अब तक 133 मामले दर्ज हो चुके हैं। इस सप्ताह चिकनगुनिया के 13 मामले दर्ज हुए। एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि नवंबर 2025 तक तीनों मच्छरजनित बीमारियों के जितने भी मामले दर्ज हुए हैं। उनकी 2024 के आंकड़ों से तुलना की जाए तो यह बहुत कम है। डेंगू के मामलों पर ही नजर दौड़ाई जाए तो 2024 में डेंगू के 6391 मामले दर्ज हुए थे और 11 लोगों की मौत हुई थी।
मामलों में आएगी गिरावट
इस साल अब तक यह आंकड़ा एक हजार को भी पार नहीं कर पाया है। मौत के दो मामले में भी तब दर्ज हुए हैं, जब मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप लगभग खत्म हो चुका है। क्योंकि पिछले महीने के मुकाबले इस महीने तापमान में बहुत कमी आई है। इसलिए अब मच्छरजनित बीमारियों के आंकड़ों में और गिरावट आएगी।
डीबीसी वर्कर्स पूरे 33 दिन हड़ताल पर रहे। कहीं इसकी वजह से तो मौत नहीं हुई? इसके जवाब में पब्लिक हेल्थ विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि हड़ताल से इसका दूर-दूर तक कोई लेनादेना नहीं।
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