नोएडा: सात डेडलाइन बीत चुकी, लेकिन एक्वा लाइन मेट्रो के सेक्टर-52 और ब्लू लाइन के सेक्टर-51 स्टेशन को जोड़ने वाला स्काईवॉक अभी तक अधूरा है। न तो बिजली का काम हुआ है, न लाइटें लगी और न ही पूरे स्काईवॉक में ट्रैवलेटर लग पाया है। फ्लोर भी जगह-जगह उखड़ा पड़ा है। इसके अलावा सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन में स्काईवॉक जहां एंट्री करेगा, वहां दीवार खड़ी है।
प्रॉजेक्ट की स्थिति देखते अभी इसमें 3 से 4 महीने का समय लगना तय माना जा रहा है। इसके बावजूद जिम्मेदार इसको शुरू करने की डेडलाइन पर डेडलाइन देकर पब्लिक को गुमराह कर रहे हैं।
फिनिशिंग की बात कह गुमराह कर रहे
अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक, स्काईवॉक का काम लगभग पूरा हो गया है। फिनिशिंग की बात कही जा रही है, लेकिन पड़ताल में सामने आया कि अभी तो मूविंग वॉकवे (ट्रैवलेटर) भी आधे-अधूरे लगे हैं। 420 मीटर लंबा स्काईवॉक का यह पूरा फ्लोर जगह-जगह से उखड़ा पड़ा है। कुछ ट्रैवलेटर लगाने के लिए अभी सामान भी आधा-अधूरा ही पहुंचा है। इसका स्वचालित फ्लोर कहीं लगा है और कहीं नहीं।
2023 में स्काईवॉक का निर्माण शुरू हुआ, 5 महीने में होना था तैयार
दीवार तोड़कर रास्ता बनाना अभी बाकी
सेक्टर-52 स्टेशन से आने के बाद सेक्टर-51 स्टेशन के अंदर एंट्री का जो पॉइंट है, वहां अभी दीवार खड़ी है। इसे तोड़कर एंट्री गेट बनाया जाएगा। इसकी पक्रिया अथॉरिटी ने शुरू कर दी है, लेकिन दीवार तोड़कर गेट बनाने में भी एक से डेढ़ महीने लगेगे। शुरू से ही प्लान में था कि दीवार तोड़कर एंट्री गेट बनेगा, लेकिन स्काईवॉक के दोनों साइड की वॉल कंप्लीट होने का इंतजार किया जा रहा था। यह अब पूरी हो गई है तो एंट्री गेट का काम शुरू होगा।
एसी का काम भी अधूरा
बाहर से स्काईवॉक तैयार दिख रहा है, लेकिन अंदर काफी काग बाकी है। एसी फिटिंग होनी है। लाइटें पूरी नहीं लगी है। फिर भी नौके पर कुछ ही वर्कर ही काम करते दिखे। अंदर ऐसा सन्नाटा था, जैसे इसको शुरू करने की कोई जल्दी नहीं है।
6 साल से लोग परेशान
25 जनवरी 2019 को एक्चा लाइन मेट्रो शुरू हुई थी। दोनों स्टेशनों की कनेक्टिविटी नहीं होने से लोग तभी से परेशान है। बीच में 1.5 करोड़ की लागत से टिन शेड से रास्ता बनाया गया, लेकिन यह फेल साबित हुआ। 2023 में स्काईवॉक का निर्माण शुरू हुआ। 5 महीने में इसको बनना था।
प्रॉजेक्ट की स्थिति देखते अभी इसमें 3 से 4 महीने का समय लगना तय माना जा रहा है। इसके बावजूद जिम्मेदार इसको शुरू करने की डेडलाइन पर डेडलाइन देकर पब्लिक को गुमराह कर रहे हैं।
फिनिशिंग की बात कह गुमराह कर रहे
अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक, स्काईवॉक का काम लगभग पूरा हो गया है। फिनिशिंग की बात कही जा रही है, लेकिन पड़ताल में सामने आया कि अभी तो मूविंग वॉकवे (ट्रैवलेटर) भी आधे-अधूरे लगे हैं। 420 मीटर लंबा स्काईवॉक का यह पूरा फ्लोर जगह-जगह से उखड़ा पड़ा है। कुछ ट्रैवलेटर लगाने के लिए अभी सामान भी आधा-अधूरा ही पहुंचा है। इसका स्वचालित फ्लोर कहीं लगा है और कहीं नहीं।
2023 में स्काईवॉक का निर्माण शुरू हुआ, 5 महीने में होना था तैयार
दीवार तोड़कर रास्ता बनाना अभी बाकी
सेक्टर-52 स्टेशन से आने के बाद सेक्टर-51 स्टेशन के अंदर एंट्री का जो पॉइंट है, वहां अभी दीवार खड़ी है। इसे तोड़कर एंट्री गेट बनाया जाएगा। इसकी पक्रिया अथॉरिटी ने शुरू कर दी है, लेकिन दीवार तोड़कर गेट बनाने में भी एक से डेढ़ महीने लगेगे। शुरू से ही प्लान में था कि दीवार तोड़कर एंट्री गेट बनेगा, लेकिन स्काईवॉक के दोनों साइड की वॉल कंप्लीट होने का इंतजार किया जा रहा था। यह अब पूरी हो गई है तो एंट्री गेट का काम शुरू होगा।
एसी का काम भी अधूरा
बाहर से स्काईवॉक तैयार दिख रहा है, लेकिन अंदर काफी काग बाकी है। एसी फिटिंग होनी है। लाइटें पूरी नहीं लगी है। फिर भी नौके पर कुछ ही वर्कर ही काम करते दिखे। अंदर ऐसा सन्नाटा था, जैसे इसको शुरू करने की कोई जल्दी नहीं है।
6 साल से लोग परेशान
25 जनवरी 2019 को एक्चा लाइन मेट्रो शुरू हुई थी। दोनों स्टेशनों की कनेक्टिविटी नहीं होने से लोग तभी से परेशान है। बीच में 1.5 करोड़ की लागत से टिन शेड से रास्ता बनाया गया, लेकिन यह फेल साबित हुआ। 2023 में स्काईवॉक का निर्माण शुरू हुआ। 5 महीने में इसको बनना था।
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