नई दिल्ली: सोमवार को बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी देखी गई। प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथेरियम, बाइनेंस, हाइपरलिक्विड आदि में सबसे ज्यादा तेजी आई। कॉइनमार्केटकैप के अनुसार शाम 4 बजे बिटकॉइन 112104 डॉलर और इथेरियम 4124 डॉलर पर कारोबार कर रहा था।
बाजार के जानकारों का कहना है कि बिटकॉइन में अभी भी अच्छी तेजी बनी हुई है। ये तेजी इसलिए आ रही है क्योंकि बड़े निवेशक यानी 'व्हेल' इन्हें खूब खरीद रहे हैं। सिर्फ एक हफ्ते में व्हेल ने 3.3 अरब डॉलर के बिटकॉइन खरीदे। इसके बाद हफ्ते में उन्होंने 1.73 अरब डॉलर के इथेरियम भी खरीदे। यानी कुल करीब 5 अरब डॉलर (करीब 45 हजार करोड़ रुपये) की के बिटकॉइन और इथेरियम खरीदे। क्रिप्टोकरेंसी में हाल ही में बड़ी गिरावट आई थी। जानकारों के मुताबिक पिछले हफ्ते ETFs से काफी पैसा निकला। साथ ही व्हेल ने भी बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसी को बेचा था।
24 घंटे में आई जबरदस्त तेजीपिछले 24 घंटे में लगभग सभी क्रिप्टो में जबरदस्त तेजी आई है। बिटकॉइन में यह तेजी 2.50% और इथेरियम में 3% से ज्यादा आई है। वहीं बाइनेंस भी 24 घंटे में 4 फीसदी से ज्यादा उछल गई है। इसी प्रकार सोलाना में 3 फीसदी से ज्यादा और हाइपरलिक्विड में करीब 7 फीसदी की बढ़त देखी गई।
'मौत की घंटी नहीं क्रिप्टो में गिरावट'क्रिप्टोकरेंसी में हाल ही में बड़ी गिरावट आई थी। 9Point Capital की रिसर्च टीम के क्वांट हेड पार्थ श्रीवास्तव ने कहा कि बिटकॉइन का प्रमुख औसत से नीचे गिरना कोई 'मौत की घंटी' नहीं है, बल्कि यह एक 'सफाई' है। लीवरेज्ड लॉन्ग्स को बाहर निकालने से सब कुछ साफ हो जाता है, स्थिति फिर से सेट हो जाती है और एक हेल्दी बेस बनता है।
क्या आगे आ सकती है मंदी?बाजार में बहुत उतार-चढ़ाव है और वैश्विक अनिश्चितता भी बनी हुई है। प्रमुख सपोर्ट लेवल से नीचे गिरने से पता चलता है कि छोटी अवधि में मंदी का माहौल है। MACD और RSI जैसे संकेतकों का नेगेटिव होना, मंदी का संकेत दे रहा है। एक 'डेथ क्रॉस' भी बन रहा है। यह बताता है कि अगर खरीदने वाले वापस नहीं आते हैं, तो कीमतें और नीचे जा सकती हैं।
बाजार के जानकारों का कहना है कि बिटकॉइन में अभी भी अच्छी तेजी बनी हुई है। ये तेजी इसलिए आ रही है क्योंकि बड़े निवेशक यानी 'व्हेल' इन्हें खूब खरीद रहे हैं। सिर्फ एक हफ्ते में व्हेल ने 3.3 अरब डॉलर के बिटकॉइन खरीदे। इसके बाद हफ्ते में उन्होंने 1.73 अरब डॉलर के इथेरियम भी खरीदे। यानी कुल करीब 5 अरब डॉलर (करीब 45 हजार करोड़ रुपये) की के बिटकॉइन और इथेरियम खरीदे। क्रिप्टोकरेंसी में हाल ही में बड़ी गिरावट आई थी। जानकारों के मुताबिक पिछले हफ्ते ETFs से काफी पैसा निकला। साथ ही व्हेल ने भी बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसी को बेचा था।
24 घंटे में आई जबरदस्त तेजीपिछले 24 घंटे में लगभग सभी क्रिप्टो में जबरदस्त तेजी आई है। बिटकॉइन में यह तेजी 2.50% और इथेरियम में 3% से ज्यादा आई है। वहीं बाइनेंस भी 24 घंटे में 4 फीसदी से ज्यादा उछल गई है। इसी प्रकार सोलाना में 3 फीसदी से ज्यादा और हाइपरलिक्विड में करीब 7 फीसदी की बढ़त देखी गई।
'मौत की घंटी नहीं क्रिप्टो में गिरावट'क्रिप्टोकरेंसी में हाल ही में बड़ी गिरावट आई थी। 9Point Capital की रिसर्च टीम के क्वांट हेड पार्थ श्रीवास्तव ने कहा कि बिटकॉइन का प्रमुख औसत से नीचे गिरना कोई 'मौत की घंटी' नहीं है, बल्कि यह एक 'सफाई' है। लीवरेज्ड लॉन्ग्स को बाहर निकालने से सब कुछ साफ हो जाता है, स्थिति फिर से सेट हो जाती है और एक हेल्दी बेस बनता है।
क्या आगे आ सकती है मंदी?बाजार में बहुत उतार-चढ़ाव है और वैश्विक अनिश्चितता भी बनी हुई है। प्रमुख सपोर्ट लेवल से नीचे गिरने से पता चलता है कि छोटी अवधि में मंदी का माहौल है। MACD और RSI जैसे संकेतकों का नेगेटिव होना, मंदी का संकेत दे रहा है। एक 'डेथ क्रॉस' भी बन रहा है। यह बताता है कि अगर खरीदने वाले वापस नहीं आते हैं, तो कीमतें और नीचे जा सकती हैं।
You may also like
संभागीय बैठक से बड़ी परियोजनाओं के क्रियान्वयन को गति मिलेगी: उप मुख्यमंत्री शुक्ल
निरोगी काया तभी होगी जब हम स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें : उप मुख्यमंत्री शुक्ल
पति ने पत्नी की प्रेमी से शादी कराने की पुलिस से लगाई गुहार
52 वर्षीय महिला ने 9 बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ भागी, पति की दास्तान
पुणे में ससुर पर यौन उत्पीड़न का आरोप, महिला ने लगाए गंभीर आरोप