सागर: दीपावली के त्योहार और पटाखे जलाने में भी दलित और सवर्ण में विवाद का मामला सामने आ गया। मध्य प्रदेश के केसली थाना क्षेत्र में रहने वाले दलित परिवार की महिलाओं ने एसपी से शिकायत करते हुए कहा कि हमारे बच्चों के पटाखे चलाने पर ठाकुरों ने घर में घुसकर गालियां देते हुए महिलाओं सहित पूरे परिवार से मारपीट की है।
जानकारी अनुसार मध्य प्रदेश के सागर जिले में दलित परिवारों के लोगों ने शिकायत की है कि दिवाली के अवसर पर पटाखे फोड़ने को लेकर हुए विवाद के बाद राजपूत क्षत्रिय समुदाय के लोगों के एक समूह ने उनके घरों में घुसकर उनके साथ मारपीट की। यह घटना सागर जिले के केसली गांव में हुई और मामला तब प्रकाश में आया जब महिलाओं सहित दलितों के एक समूह ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और लिखित शिकायत सौंपी।
घर में घुस आए, सभी को पीटा, धमकी भी दे गए
सागर एसपी कार्यालय गए एक शिकायतकर्ता ने बताया कि दलित परिवारों के बच्चे दिवाली मनाने के लिए पटाखे फोड़ रहे थे, जिससे गांव का ठाकुर परिवार नाराज था। शिकायतकर्ता ने कहा, वे हमारे घरों में घुस आए और हमें पीटा। उन्होंने महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया, गालियां दीं और हमें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
सीएम से पूछा-सुरक्षा के लिए कहां छिपना चाहिए?
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में दलित समुदाय की महिला पिंकी अहिरवार ने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि सागर जिले के केसली गांव में दलित परिवारों की महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार किया जा रहा है। एक वीडियो में वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से यह भी पूछती नजर आईं कि "केसली गांव में दलित परिवारों की महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए कहां छिपना चाहिए?"
लाड़ली बहनें यहां सुरक्षित नहीं है!
वीडियो में उन्होंने कहा, वे (राजपूत) हमारे घरों में घुस रहे हैं और हमारे साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और हमारे सम्मान का हनन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री महोदय, कृपया हमें बताएं कि हमें अपनी सुरक्षा के लिए कहां छिपना चाहिए, क्योंकि लाडली बहनें यहां सुरक्षित नहीं हैं। सागर एसपी कार्यालय के एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि दलित समुदाय से शिकायतें मिली हैं और स्थानीय पुलिस को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
जानकारी अनुसार मध्य प्रदेश के सागर जिले में दलित परिवारों के लोगों ने शिकायत की है कि दिवाली के अवसर पर पटाखे फोड़ने को लेकर हुए विवाद के बाद राजपूत क्षत्रिय समुदाय के लोगों के एक समूह ने उनके घरों में घुसकर उनके साथ मारपीट की। यह घटना सागर जिले के केसली गांव में हुई और मामला तब प्रकाश में आया जब महिलाओं सहित दलितों के एक समूह ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और लिखित शिकायत सौंपी।
घर में घुस आए, सभी को पीटा, धमकी भी दे गए
सागर एसपी कार्यालय गए एक शिकायतकर्ता ने बताया कि दलित परिवारों के बच्चे दिवाली मनाने के लिए पटाखे फोड़ रहे थे, जिससे गांव का ठाकुर परिवार नाराज था। शिकायतकर्ता ने कहा, वे हमारे घरों में घुस आए और हमें पीटा। उन्होंने महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया, गालियां दीं और हमें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
सीएम से पूछा-सुरक्षा के लिए कहां छिपना चाहिए?
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में दलित समुदाय की महिला पिंकी अहिरवार ने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि सागर जिले के केसली गांव में दलित परिवारों की महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार किया जा रहा है। एक वीडियो में वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से यह भी पूछती नजर आईं कि "केसली गांव में दलित परिवारों की महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए कहां छिपना चाहिए?"
लाड़ली बहनें यहां सुरक्षित नहीं है!
वीडियो में उन्होंने कहा, वे (राजपूत) हमारे घरों में घुस रहे हैं और हमारे साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और हमारे सम्मान का हनन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री महोदय, कृपया हमें बताएं कि हमें अपनी सुरक्षा के लिए कहां छिपना चाहिए, क्योंकि लाडली बहनें यहां सुरक्षित नहीं हैं। सागर एसपी कार्यालय के एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि दलित समुदाय से शिकायतें मिली हैं और स्थानीय पुलिस को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
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