नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बड़े मैचों में उन पर क्यों भरोसा किया जाता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नवी मुंबई में खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मुकाबले में हरमनप्रीत भले ही अपने शतक से चूक गईं, लेकिन उनकी 89 रनों की जुझारू पारी ने उन्हें एक बड़े रिकॉर्ड के शिखर पर पहुंचा दिया है।
वर्ल्ड कप नॉकआउट में दूसरी सबसे बड़ी स्कोरर
हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 89 रनों की पारी खेलकर महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में इतिहास रच दिया है। वह अब इस सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गई हैं। उनके नाम अब वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबलों में कुल 311 रन दर्ज हो गए हैं। इस प्रक्रिया में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज एलिसा हीली (309 रन) को पीछे छोड़ दिया। उनसे आगे अब केवल ऑस्ट्रेलिया की महान खिलाड़ी बेलिंडा क्लार्क (330 रन) ही हैं।
बड़े मैचों में कैप्टन कौर का जलवा
हरमनप्रीत ने यह भी साबित किया है कि वह दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ी हैं। वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबलों में यह उनका लगातार तीसरा बड़ा स्कोर है। उनका यह शानदार प्रदर्शन दिखाता है कि वह क्यों भारत की सबसे बड़ी मैच विनर हैं।
वर्ल्ड कप नॉकआउट में हरमनप्रीत का प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस 89 रनों की पारी ने भले ही भारत के लिए मैच नहीं फिनिश किया, लेकिन हरमनप्रीत ने अपनी क्लास और फाइटिंग स्पिरिट का परिचय दिया। उनकी इस पारी ने उन्हें न केवल एक व्यक्तिगत रिकॉर्ड दिलाया है, बल्कि आने वाले समय में भी उन्हें नॉकआउट की क्वीन के तौर पर जाना जाएगा। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस मुकाबले में जेमिमा का साथ मिलकर 166 रनों की साझेदारी भी की।
वर्ल्ड कप नॉकआउट में दूसरी सबसे बड़ी स्कोरर
हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 89 रनों की पारी खेलकर महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में इतिहास रच दिया है। वह अब इस सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गई हैं। उनके नाम अब वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबलों में कुल 311 रन दर्ज हो गए हैं। इस प्रक्रिया में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज एलिसा हीली (309 रन) को पीछे छोड़ दिया। उनसे आगे अब केवल ऑस्ट्रेलिया की महान खिलाड़ी बेलिंडा क्लार्क (330 रन) ही हैं।
बड़े मैचों में कैप्टन कौर का जलवा
हरमनप्रीत ने यह भी साबित किया है कि वह दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ी हैं। वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबलों में यह उनका लगातार तीसरा बड़ा स्कोर है। उनका यह शानदार प्रदर्शन दिखाता है कि वह क्यों भारत की सबसे बड़ी मैच विनर हैं।
वर्ल्ड कप नॉकआउट में हरमनप्रीत का प्रदर्शन
- 171* रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, सेमीफाइनल (2017)
- 49 रन बनाम इंग्लैंड, फाइनल (2022)
- 89 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, सेमीफाइनल (2025)
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस 89 रनों की पारी ने भले ही भारत के लिए मैच नहीं फिनिश किया, लेकिन हरमनप्रीत ने अपनी क्लास और फाइटिंग स्पिरिट का परिचय दिया। उनकी इस पारी ने उन्हें न केवल एक व्यक्तिगत रिकॉर्ड दिलाया है, बल्कि आने वाले समय में भी उन्हें नॉकआउट की क्वीन के तौर पर जाना जाएगा। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस मुकाबले में जेमिमा का साथ मिलकर 166 रनों की साझेदारी भी की।
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