News India Live, Digital Desk: छठ पूजा, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक बेहद पावन और महत्वपूर्ण त्योहार है. यह सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित है, जो संतान के सुख और परिवार की खुशहाली के लिए मानी जाती हैं. अक्सर लोग इस व्रत को संतान प्राप्ति (संतान सुख) या फिर अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए करते हैं. अगर आप भी छठ पूजा 2025 पर अपनी कोई ख़ास मनोकामना पूरी करना चाहते हैं, खासकर संतान संबंधी, तो कुछ विशेष उपाय करके आप छठी मैया और सूर्य देव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं.संतान प्राप्ति और मनोकामना पूर्ति के लिए उपाय:नहाय खाय से शुरू करें पवित्रता: छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय से होती है, जिसमें शुद्ध होकर चावल, कद्दू की सब्ज़ी और दाल का सेवन किया जाता है. इस दिन से ही पूरी श्रद्धा और पवित्रता के साथ व्रत की शुरुआत करें. मन को शांत और सकारात्मक रखें.खरना का प्रसाद और उसका महत्व: खरना के दिन गुड़ की खीर या चावल और घी से बने प्रसाद का विशेष महत्व होता है. जो महिलाएँ संतान की इच्छा से व्रत करती हैं, उन्हें यह प्रसाद खुद बनाकर पहले छठी मैया को अर्पित करना चाहिए और फिर इसे स्वयं ग्रहण करना चाहिए. कहते हैं कि इससे मनोकामना जल्द पूरी होती है.उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य: छठ पूजा में डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देना सबसे महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान अपनी संतान संबंधी इच्छा या अन्य कोई मनोकामना मन ही मन दोहराते हुए अर्घ्य दें. सूर्य की पहली और आखिरी किरणें साक्षात देवता का स्वरूप मानी जाती हैं और इन्हें साक्ष्य मानकर मांगी गई दुआएं ज़रूर पूरी होती हैं.दौरी और सूप का सही उपयोग: अर्घ्य देते समय दौरी या सूप में सभी प्रकार के मौसमी फल और ठेकुआ आदि प्रसाद अवश्य रखें. इस दौरान पवित्र भाव से अपनी प्रार्थना करें. कई जगहों पर, अगर कोई व्यक्ति संतान सुख की कामना से व्रत कर रहा है, तो उनके प्रसाद में गन्ना और कुछ ख़ास फल ज़्यादा संख्या में रखे जाते हैं.बच्चों को खिलाएं ठेकुआ: व्रत पूरा होने के बाद, जो बच्चे हैं उन्हें विशेष रूप से ठेकुआ प्रसाद खिलाएँ. ऐसा माना जाता है कि इससे छठी मैया बच्चों को लंबी उम्र और अच्छी सेहत प्रदान करती हैं. अगर संतान प्राप्ति की इच्छा है, तो इसे ईश्वर का आशीर्वाद मानकर करें.गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद: इस शुभ अवसर पर गरीब और ज़रूरतमंद बच्चों को कपड़े, भोजन या मिठाई का दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है. ऐसी नेक कार्यों से देवी-देवता जल्दी प्रसन्न होते हैं और आपकी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं.मन में रखें असीम श्रद्धा: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि छठ पूजा पूरी श्रद्धा, विश्वास और भक्ति के साथ की जाए. यदि आप सच्चे मन से छठी मैया और सूर्य देव की पूजा करते हैं और अपनी इच्छा रखते हैं, तो वह अवश्य पूर्ण होती है.छठ पूजा सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि आस्था, शुद्धि और प्रकृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है. यह धैर्य और तपस्या का पर्व है, जिसका फल निश्चित रूप से मिलता है.
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