छत्तीसगढ़ के कोरबा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बालिका आश्रम में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने सोमवार देर रात एक बच्चे को जन्म दिया। इतना ही नहीं, डर के कारण उसने बच्चे को आश्रम के पीछे जंगल में फेंक दिया। अगले दिन यानी मंगलवार को छात्र की तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां मौजूद डॉक्टर भी उसकी रिपोर्ट देखकर हैरान रह गए।
डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा ने हाल ही में एक बच्चे को जन्म दिया है। जब छात्रा से पूछताछ की गई तो वह फूट-फूट कर रोने लगी। छात्रा ने बताया कि उसने आश्रम के बाथरूम में बच्चे को जन्म दिया और नवजात को जंगल में फेंक दिया। यह सुनकर आश्रम कर्मचारियों और प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जंगल से नवजात शिशु को बरामद किया। रात भर कड़ाके की ठंड के बावजूद बच्चा जीवित था। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यह दिल दहलाने वाली घटना पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक के 100 सीटर कन्या आश्रम की है। इस घटना के बाद आश्रम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। आश्रम प्रशासन को नाबालिग लड़की के गर्भवती होने की जानकारी कैसे नहीं हुई? आश्रम में विद्यार्थियों की देखभाल और स्वास्थ्य जांच के लिए क्या व्यवस्था है?
जांच शुरू हुई
जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग को इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। आश्रम के अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
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