महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और पुणे के संरक्षक मंत्री अजित पवार ने पुणे में ट्रैफिक व्यवस्था और अवैध कब्जे को लेकर सख्त रुख अपनाया है। यह कार्रवाई तब सामने आई जब उन्हें स्थानीय निवासियों की नाराजगी और शिकायतों का सामना करना पड़ा।
रविवार को अजित पवार पुणे में विभिन्न विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने केशवनगर-मुंधवा-हडपसर क्षेत्र का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें लगातार यातायात की भीड़भाड़ और सड़क एवं परिवहन सेवाओं में कमी के बारे में जानकारी मिली। इसके साथ ही पर्याप्त जल आपूर्ति, गुणवत्तापूर्ण सड़कें और उचित परिवहन सेवा जैसी अन्य नागरिक सुविधाओं की कमी को लेकर भी लोगों ने अपनी शिकायतें सीधे मंत्री के सामने रखीं।
स्थानीय निवासी अपने गुस्से और नाराजगी को व्यक्त करते हुए पहुंचे, जिससे स्पष्ट हुआ कि क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं की स्थिति सुधार की मांग कर रही है। पवार ने इस दौरान अधिकारियों से तत्काल कार्यवाही करने और अवैध कब्जों को हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नागरिकों की शिकायतों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और विकास परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता को सुनिश्चित किया जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि अजित पवार की यह कार्रवाई पुणे के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उनका फोकस केवल ट्रैफिक सुधार तक सीमित नहीं है, बल्कि शहर में नागरिक सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के सुधार पर भी केंद्रित है।
पार्किंग, अवैध निर्माण और जल निकासी जैसी समस्याओं पर भी मंत्री ने अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यदि नागरिकों की समस्याओं का समय पर समाधान नहीं किया गया, तो इसका प्रतिकूल प्रभाव शहर की जीवन शैली और विकास पर पड़ सकता है। इसलिए सभी संबंधित विभाग सक्रिय रहकर समस्याओं का समाधान करें।
स्थानीय नागरिकों ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि मंत्री द्वारा क्षेत्र का निरीक्षण और उनके सामने शिकायतों का उठना जनता के लिए उम्मीद की किरण है। उनका कहना है कि ऐसे निरीक्षण और त्वरित कार्रवाई से शहर में विकास और नागरिक सुविधाओं की स्थिति में सुधार होगा।
अजित पवार के निरीक्षण में यह भी देखा गया कि कुछ क्षेत्रों में सड़कें खस्ता हालत में हैं और यातायात बाधित है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि न केवल सड़कों की मरम्मत की जाए, बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था को भी बेहतर बनाने के लिए आधुनिक तकनीक और स्मार्ट सिग्नलिंग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाए।
इस प्रकार, पुणे में उपमुख्यमंत्री अजित पवार की सक्रियता और सख्त रुख ने शहर के नागरिकों और अधिकारियों को सतर्क कर दिया है। उनका यह कदम यह दिखाता है कि नगर विकास और नागरिक सुविधाओं के सुधार को लेकर सरकार गंभीर है और आगामी समय में शहर के बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
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