बांका जिले के धोरैया क्षेत्र में गेरुआ नदी में पानी की कमी के कारण स्थानीय किसान गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे हैं। खेतों में पर्याप्त पानी न मिलने से फसल सिंचाई प्रभावित हुई है और किसानों की आमदनी पर भी नकारात्मक असर पड़ा है।
चेकडैम निर्माण की मांगकिसानों ने लंबे समय से नदी पर चेकडैम बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि चेकडैम बनने से वर्षा के पानी का संचयन होगा और सूखा पड़ने पर भी खेतों में पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। इससे किसानों की फसलें सुरक्षित रहेंगी और उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
बालू उत्खनन और अतिक्रमण का असरविशेषज्ञों का मानना है कि नदी के बहाव और जल स्तर में गिरावट का एक बड़ा कारण बालू का अवैध उत्खनन और अतिक्रमण है। इससे नदी का प्राकृतिक प्रवाह बाधित हुआ है और पानी का संचय कम हो गया है।
किसानों की उम्मीदकिसानों का कहना है कि चेकडैम बनने से उनके खेतों में पानी की समस्या हल होगी और क्षेत्र में कृषि उत्पादन बढ़ेगा। उनका यह भी मानना है कि उचित जल प्रबंधन से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और कृषि आधारित जीवन आसान बनेगा।
You may also like
22 सितंबर से GST में धमाका! ये चीजें होंगी सुपर सस्ती, लिस्ट देखकर खुश हो जाएंगे!
नवरात्रि में क्या खाएं? जानें खास व्रत के व्यंजन जो देंगे ऊर्जा!
सुबह की त्वचा की देखभाल के लिए बेहतरीन टिप्स: प्राकृतिक उपायों से पाएं निखार!
ऑपरेशन 'व्हाइट बॉल' : सियासी पिच के धुरंधरों को उम्मीद, पाकिस्तान फिर होगा धराशायी
Asia Cup 2025: 'आपको दूसरे तेज गेंदबाज की जरूरत पड़ सकती है' पाक टीम के खिलाफ सुपर मैच से पहले पूर्व भारतीय ने टीम इंडिया को चेताया