शिमला, 06 मई . राजधानी शिमला में ट्रैफिक जाम की समस्या दिनों-दिन गंभीर होती जा रही है. खासकर आईएसबीटी से ओल्ड बस स्टैंड तक का लगभग तीन से चार किलोमीटर का सफर तय करने में लोगों को एक घंटे से भी अधिक समय लग रहा है. एमएलए क्रासिंग से लेकर ओल्ड बस स्टैंड तक वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं.
इस भीषण ट्रैफिक जाम से सरकारी कर्मचारियों, स्कूली बच्चों, आम जनता और रोजमर्रा के काम से निकलने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यही सड़क लोअर हिमाचल और दिल्ली-चंडीगढ़ से आने वाले वाहनों के लिए भी मुख्य मार्ग है. इस वजह से यातायात का दबाव और बढ़ जाता है.
छुट्टियों और वीकेंड पर जब बड़ी संख्या में सैलानी शिमला पहुंचते हैं, तो ट्रैफिक की स्थिति और भी बदतर हो जाती है. इसी को लेकर निजी बस ऑपरेटरों ने पहले ही प्रशासन के सामने नाराजगी जाहिर की थी. दो दिन पहले ऑपरेटरों ने उपायुक्त शिमला से मुलाकात कर स्थायी समाधान की मांग की थी.
इसके बाद उपायुक्त अनुपम कश्यप ने अधिकारियों को 15 दिन के भीतर नया ट्रैफिक प्लान लागू करने के निर्देश दिए हैं. इस प्लान को प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन ने आम जनता से भी सुझाव मांगे हैं. लोग अपने सुझाव 10 मई तक ईमेल (admlo-sml-hp@nic.in) या उपायुक्त कार्यालय में लिखित रूप से भेज सकते हैं.
एडीएम लॉ एंड ऑर्डर शिमला की अध्यक्षता में गठित विशेष समिति इन सुझावों पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी. सुझावों में यातायात की गति, रेड लाइट्स, वन-वे प्लानिंग, सर्कुलर व अन्य मार्गों पर ट्रैफिक कंट्रोल, भारी वाहनों की आवाजाही और स्कूल बसों के संचालन जैसे मुद्दों को शामिल किया जा सकता है.
शहर की चार एंट्री प्वाइंट पर दबाव
उपायुक्त कश्यप ने बताया कि शिमला में वाहनों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमराने लगी है. शहर में चार प्रमुख मार्गों से वाहन प्रवेश करते हैं — मंडी-टूटू-बालूगंज रोड, चंडीगढ़-सोलन-शोघी रोड, ढली होकर आने वाला उपरी शिमला मार्ग और करसोग-तत्तापानी-सुन्नी-ढली रोड.
इन चारों मार्गों से आने वाला ट्रैफिक अंततः सर्कुलर रोड पर पहुंचता है, जो शिमला का सबसे व्यस्त मार्ग है. यहीं से शहर के अधिकारी, कारोबारी, छात्र और पर्यटक रोजाना सफर करते हैं.
वाहनों की बढ़ती संख्या से दबाव में ट्रैफिक
शहर में वर्तमान में 1,21,437 वाहन शिमला शहरी, ग्रामीण और आरटीओ के तहत पंजीकृत हैं, जबकि प्रदेश भर के लगभग 50 हजार वाहन भी यहां पहुंचते हैं. इसके अलावा हर दिन करीब पांच से छह हजार वाहन शहर में प्रवेश करते हैं.
शहर के बालूगंज, एमएलए क्रासिंग, शोघी बाजार, 103 टनल, ओल्ड बेरियर, विधानसभा क्रासिंग, विक्ट्री टनल, नियर लिफ्ट, संजौली, खलीनी चौक, कसुम्पटी, तारा हॉल, ऑकलैंड टनल जैसे इलाकों में हर दिन ट्रैफिक की लंबी कतारें देखी जाती हैं.
—————
/ उज्जवल शर्मा
You may also like
यूपीआई क्यूआर कोड की संख्या 91.5 प्रतिशत बढ़कर 65.79 करोड़ हुई : आरबीआई
कहते हैं बिना मांगे कुछ नहीं मिलता लेकिन इन 6 राशि वाले लोगो के लिए कुबेरदेव खोल दिया कुबेर खजाना
दो मुस्लिम युवतियों ने तोड़ीं रूढ़िवादी जंजीरें,सनातन धर्म से चुने हिन्दू जीवन साथी
राष्ट्रीय कर सम्मेलन में सरल कर कानूनों की मांग, आयकर विधेयक 2025 पर हुई चर्चा
हमले से बचाव की तैयारी! कल राजस्थान के इन 28 शहरों में होगा ब्लैकआउट, जानिए कब और कहां की जाएगी ड्रिल ?