– पशुपालन मंत्री ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा
भोपाल, 1 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश क पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में गो-संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य निरंतर किया जा रहा है। प्रदेश में 9 अप्रैल 2024 से 29 मार्च 2025 तक गो-संरक्षण वर्ष मनाया गया, जिसके अंतर्गत प्रदेश में गो-संरक्षण एवं गो सेवा के कार्य किए गए। हमारी सरकार ने प्रदेश में स्वावलंबी गो-शालाएं बनाने का निर्णय लिया है। मध्य प्रदेश ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य है। ये गो शालाएं हाईटेक होगी, जहां गायों की देखभाल के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं सहित जैविक खाद, सीएनजी गैस उत्पादन के साथ सौर ऊर्जा से बिजली भी बनाई जाएगी।
पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पटेल सोमवार को मंत्रालय में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव पशुपालन उमाकांत उमराव, संचालक पी.एस. पटेल, कुक्कुट विकास निगम के प्रबंध संचालक सत्यनिधि शुक्ला उपस्थित रहे। बैठक में स्वावलंबी गौशालाओं की कार्ययोजना तथा दुग्ध उत्पादन को 9% से बढ़ाकर 20% करने के लक्ष्य सहित विभागीय प्रगति पर चर्चा हुई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
पशुपालन राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रदेश में किसानों की आमदनी दोगुना करने में पशुपालन का विशेष स्थान है। गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए पशुओं में नस्ल सुधार आवश्यक है। पशुपालन के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। हमारी सरकार द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना प्रारंभ की गई है। सरकार गो-सेवा के क्षेत्र में गोपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए संस्थागत एवं व्यक्तिगत पुरस्कार भी दे रही है।
(Udaipur Kiran) तोमर
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