नई दिल्ली, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बढ़ते दुष्प्रभाव को देखते हुए दिल्ली सरकार राजधानी में आयुष स्ट्रेस मैनेजमेंट आउट पेशेंट डिपार्टमेंट्स (ओपीडी) शुरू करने जा रही है। यह ओपीडी सेवाएं हर हफ्ते के मंगलवार और गुरुवार को नियमित ओपीडी के समय पर मिलेंगी। यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने एक बयान में दी।
डॉ. सिंह ने कहा कि ऐसी ओपीडी दिल्ली के प्रमुख आयुष मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में कार्यरत होंगी। इनमें आयुर्वेदिक एवं यूनानी तिब्बिया कॉलेज एवं अस्पताल, नेहरू होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान, डॉ. बीआर सूर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के साथ ही इहबास हॉस्पिटल में स्थापित मौजूदा आयुष इकाइयां शामिल हैं। ओपीडी सेवाएं हर हफ्ते के मंगलवार और गुरुवार को नियमित ओपीडी के समय पर मिलेंगी। सरकार के इस अहम पहल के तहत आयुष चिकित्सा पद्धतियों का लाभ मिलेगा, जिनमें हर्बल औषधियां, होम्योपैथिक दवाएं, पंचकर्म, योग एवं ध्यान मॉड्यूल, प्राणायाम के साथ जीवनशैली परामर्श शामिल हैं। इसके माध्यम से चिंता, थकान, अनिद्रा और मानसिक तनाव, अन्य भावनात्मक समस्याओं यानी मनोदैहिक रोगों को कम करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम को चरणबद्ध तरीके से पूरे दिल्ली में लागू किया जाएगा। सबसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पांच ओपीडी में सेवाएं शुरू होगी और फिर बाद में 11 इकाइयों (प्रत्येक जिले में एक) तक योजना का विस्तार किया जाएगा। योजना के परिणामों की पुष्टि के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान परिषद और आईसीएमआर जैसे उत्कृष्ट संस्थानों से सहयोग लिया जाएगा। जिसका मूल्यांकन स्ट्रेस इंडेक्स, रोगी की संतुष्टि और नैदानिक परिणामों के आधार पर किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की यह पहल राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम), राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनएमएचपी), फिट इंडिया मूवमेंट और डब्ल्यूएचओ ट्रेडिशनल मेडिसिन स्ट्रैटेजी के उद्देश्यों का सीधे समर्थन देती
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
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