हर परिस्थिति को ध्यान में रखकर श्रद्धालुओं के लिये पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें : कमिश्नर
– रतनगढ़ माता मेले की तैयारियों को लेकर हुई अहम बैठक
ग्वालियर, 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । हर परिस्थिति एवं पूर्व के अनुभवों को ध्यान में रखकर पुख्ता व पर्याप्त व्यवस्थाएं करें, जिससे श्रद्धालु सुविधाजनक तरीके से माँ रतनगढ़ व कुँअर बाबा के दर्शन कर सकुशल अपने घर जा सकें। यह निर्देश ग्वालियर संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने नवरात्रि एवं दीपावली दौज पर सुप्रसिद्ध रतनगढ़ माता मंदिर में आयोजित होने जा रहे विशाल मेले की तैयारियों को लेकर मंगलवार को हुई बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि मेले की प्रत्येक व्यवस्था को गंभीरता से लें और जरा सी भी ढ़िलाई न हो। संभाग आयुक्त खत्री एवं इस अवसर पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रतनगढ़ माता मंदिर ई-दर्शन गाईड का विमोचन भी किया। ई-दर्शन गाईड पर प्रदर्शित क्यूआर कोड के माध्यम से श्रद्धालु रतनगढ़ माता मंदिर से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
रतनगढ़ माता मंदिर परिसर स्थित प्रशासनिक भवन में मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में पुलिस महानिरीक्षक अरविन्द कुमार सक्सेना, पुलिस उप महानिरीक्षक सुनील कुमार जैन, ग्वालियर कलेक्टर रूचिका चौहान, भिण्ड़ कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव व दतिया कलेक्टर स्वप्निल वानखेडे़, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह व दतिया के पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा सहित सभी मेले की व्यवस्थाओं से संबंधित ग्वालियर, दतिया व भिण्ड जिले के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में संभाग आयुक्त द्वारा मंदिर परिसर में निर्माणाधीन कोरीडोर, रिटेनिंग वॉल, मंदिर तक के पहुंच मार्गों, पार्किंग, विद्युत, पेयजल व शौचालय तथा अस्थायी अस्पतालों की तैयारियों की जानकारी ली। साथ ही निर्देश दिए कि 18 सितम्बर तक मंदिर को जोड़ने वाली सभी सड़कों को पूरी तरह दुरूस्त कर लें। उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक को खासतौर पर निर्देशित किया कि मेले के दौरान सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिये पर्याप्त वैकल्पिक इंतजाम रहें। किसी भी स्थिति में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होना चाहिए।
संभाग आयुक्त ने कहा कि मेले को जोड़ने वाले सभी मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिये पर्याप्त संख्या में पार्किंग बनाई जाएं। साथ ही हर पार्किंग पर पर्याप्त रोशनी, पेयजल, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था की जाए। पार्किग के सांकेतिक चिन्ह जगह-जगह लगाये जाए ताकि श्रृद्धालुओं को पार्किग स्थल ढूडने में किसी समस्या का सामना ना करना पड़े। पार्किंग स्थल से मंदिर के नजदीक तक बुजुर्ग, महिलाओं एवं चलने में असमर्थ श्रद्धालुओं को पहुँचाने के लिये ई-रिक्शा की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अनाउंसमेंट व कंट्रोल रूम का संचालन अनुभवी व्यक्तियों से कराने के निर्देश दिए। साथ कहा कि लाउड स्पीकर की आवाज मेले के प्रत्येक कोने तक स्पष्ट रूप से पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाये।
बैठक में जानकारी दी गई की श्रद्धालुओं की मदद के लिये मेले के सभी प्रमुख मार्गों एवं अन्य स्थानों पर पर्याप्त संख्या में कंट्रोल रूम स्थापित किए जायेंगे। इन कंट्रोल रूम पर बुनियादी सुविधाओं से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी व आपदा प्रबंधन दल मौजूद रहेंगे। सीसीटीव्ही कैमरों के माध्यम से मेले में चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जायेगी।
मेला परिसर में पर्याप्त अस्थायी अस्पताल बनाएं
संभाग आयुक्त खत्री द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मेले के दौरान अस्थाई अस्पताल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिसमें मिनी आईसीयू सुविधा, एंटी स्नेक बेनम, रैवीज इंजेक्शन व ओआरएस घोल भरपूर मात्रा में उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ पर्याप्त संख्या में तैनात किया जाए। साथ ही कहा कि पर्याप्त संख्या में मोबाईल एम्बुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें।
आपदा प्रबंधन दल 24 घंटे मुस्तैद रहे
संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने निर्देश दिए कि सभी प्रकार की बचाव सामग्री के साथ आपदा प्रबंधन दल 24 घंटे मुस्तैदी के साथ तैनात रहे। उन्होंने नदी घाट में महाजाल लगाने के निर्देश दिए, जिससे मगरमच्छ श्रृद्धालुओं तक न पहुंच सके। साथ ही कहा कि गोताखारों की तैनाती स्नान घाट पर कराना सुनिश्चित करें। बैठक में बताया गया कि नवरात्रि के दौरान 20 तैराकों सहित एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की तीन टीमें व दीपावली दौज मेले के अवसर पर 50 तैराकों सहित 6 टीमें तैनात रहेंगीं। इसके अलावा 50 आपदा मित्र भी तैनात रहेंगे। मेले के दौरान फायर बिग्रेड, क्रेन एवं आपदा प्रबंधन में इस्तेमाल होने वाली पूर्ण सामग्रियों का पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश भी संभाग आयुक्त ने दिए।
खान-पान की सामग्री की गुणवत्ता की लगातार जाँच हो
संभाग आयुक्त द्वारा खाद्य अधिकारियों को निरंतर खान-पान सामग्री व पेयजल की क्वालिटी चैक करने के निर्देश दिए। साथ ही शुद्ध पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिए। उन्होंने मेला परिसर में साफ-सफाई रखने पर भी विशेष बल दिया।
मेले के दौरान बांधों से नदी में पानी न छोड़ा जाए
संभाग आयुक्त खत्री ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मड़ीखेड़ा सहित अन्य बांधों के जल स्तर पर विशेष ध्यान रखें। यदि पानी निकालने की जरूरत हो तो वह मेले से पहले ही निकाल दिया जाए, जिससे रतनगढ़ मेले के दौरान नदी का जल स्तर बढ़ने से श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। इस बात को पूरी गंभीरता से लें।
भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें
संभाग आयुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ न बढ़े, इसके लिये ऐसा स्थल भी चयनित करें जहाँ कुछ समय तक सुविधाजनक तरीके से श्रद्धालु दर्शन के लिये इंतजार कर सकें। ऐसे स्थानों पर एलईडी टीवी भी लगवाएं, जिससे श्रृद्धालु दर्शन करते रहें।
संभाग आयुक्त द्वारा सम्पूर्ण मेला परिसर में संचार व्यवस्था सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए। बैठक के अंत में संभाग आयुक्त द्वारा निकटवर्ती जिलों के अधिकारियों से निरंतर समन्वय स्थापित कर श्रृद्धापूर्वक एवं सेवाभाव के साथ मेले में सौंपे दायित्वों का निर्वहन करने के लिये कहा। बैठक के बाद संभाग आयुक्त द्वारा सभी जिला अधिकारियों के साथ हैलीपेड स्थल, व्हीआईपी मार्ग सहित अन्य प्रमुख स्थानों का निरीक्षण भी किया गया।
पर्याप्त सीसी टीव्ही कैमरे भी लगाए जाएं
पुलिस महानिरीक्षक अरविंद कुमार सक्सेना ने कहा कि पार्किंग सहित मेला परिसर में पर्याप्त संख्या में सीसीटीव्ही कैमरे लगवाएं। कंट्रोल रूम से इन सीसीटीव्ही कैमरों के माध्यम से पूरे मेले पर निगरानी रखी जाए, जिससे जरूरत पड़ने पर तत्काल सहायता पहुँचाई जा सके।
(Udaipur Kiran) तोमर
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