शिमला, 01 जून . हिमाचल प्रदेश कारपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की रहस्यमयी मौत मामले की जांच में सीबीआई ने गति तेज कर दी है. जांच एजेंसी की चार सदस्यीय टीम पिछले तीन दिनों से शिमला में डेरा डाले हुए है. सीबीआई की टीम लगातार दूसरे दिन एसपी कार्यालय में रिकॉर्ड की पुष्टि करती रही. रविवार को अवकाश के बावजूद एसपी ऑफिस में जांच को लेकर हलचल बनी रही. सीबीआई की टीम ने शिमला पुलिस की एसआईटी द्वारा तैयार की गई जांच रिपोर्ट और दस्तावेजों को गहराई से खंगाला.
जानकारी के अनुसार सीबीआई सोमवार को हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के कार्यालय भी पहुंच सकती है. पूरे मामले में जांच एजेंसी अत्यंत गोपनीय तरीके से कार्य कर रही है और हर दस्तावेज की बारीकी से जांच कर रही है. शिमला पुलिस भी सीबीआई को पूरा सहयोग दे रही है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सीबीआई द्वारा पूछे गए हर सवाल का जवाब दे रहे हैं और सभी आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करवा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि चीफ इंजीनियर विमल नेगी 10 मार्च को रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गए थे. आठ दिन बाद उनका शव बिलासपुर जिले की गोविंदसागर झील से बरामद हुआ था. प्रारंभिक जांच शिमला पुलिस की एसआईटी ने की थी, जो करीब डेढ़ महीने तक चली. इसके बाद जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट में सौंपी गई.
हालांकि, मृतक की पत्नी किरण नेगी ने इस रिपोर्ट पर सवाल उठाए और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की. हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता और पुलिस जांच में पाई गई खामियों को देखते हुए केस सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया. कोर्ट में दाखिल रिपोर्ट और तत्कालीन डीजीपी द्वारा प्रस्तुत हलफनामे में विरोधाभास पाए गए, जिसे कोर्ट ने गंभीरता से लिया.
इस मामले ने प्रदेश की जांच एजेंसियों और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए. हाईकोर्ट के आदेश के बाद शिमला के एसपी संजीव गांधी ने मीडिया के सामने तत्कालीन डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा पर निशाना साधा और उनके हलफनामे को भ्रामक और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया. जवाबी कार्रवाई में डीजीपी ने गृह विभाग को पत्र लिखकर एसपी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की.
बढ़ती विवादित स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए तत्कालीन डीजीपी अतुल वर्मा, एसपी संजीव गांधी और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) ओंकार शर्मा को छुट्टी पर भेज दिया. ओंकार शर्मा के विभागों का बंटवारा तीन अन्य आईएएस अधिकारियों में किया गया है. वहीं डीजीपी पद की जिम्मेदारी अशोक तिवारी को दी गई है और सोलन के एसपी गौरव सिंह को शिमला का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. अतुल वर्मा 31 मई को सेवानिवृत्त हो चुके हैं.
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/ उज्जवल शर्मा
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