रायपुर, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । पांच सितम्बर को आयोजित होने वाले राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए छत्तीसगढ़ के दो शिक्षकों का चयन हुआ है। इनमें से दुर्ग जिले की हनोदा स्थित शासकीय माध्यमिक शाला में पदस्थ डॉ. प्रज्ञा सिंह का चौथे एवं कोरबा जिले के सलोरा स्थित पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय में पदस्थ संतोष कुमार चौरसिया का तीसरे प्रयास में चयन हुआ है। डॉ. प्रज्ञा सिंह को जहां गणित में तो वहीं संतोष चौरसिया को विज्ञान में नवाचार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। इन शिक्षकों को आगामी पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में सम्मानित किया जाएगा। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में इन्हें 50 हजार रुपये नकद के साथ रजत पदक प्रदान किया जाएगा।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि कि राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने अपने नवाचार की जानकारी दी थी। जिले के बाद राज्य स्तर पर चयन के बाद नेशनल ज्यूरी के सामने दिल्ली में 08 अगस्त को साक्षात्कार हुआ था। जिसके बाद उनका राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है।
प्रज्ञा ने बताया कि उन्होंने अपने स्कूल में मैथ्स क्लब बनाया है, जिसमें विषय से संबंधित जानकारियों, समस्याओं एवं उनके समाधान की चर्चा की जाती है। डॉ. प्रज्ञा ने बताया कि उन्होंने स्वयं के व्यय से स्कूल में मैथ्स क्लब के लिए 500 मॉडल और शिक्षण सहायक सामग्री का निर्माण किया है।इसके साथ स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर में काम किया है। 23 बच्चों को एनएनएससी में, दो प्रयास और दो श्रेष्ठा के लिए चयन हुआ है। उनके कार्य में उनके पति जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ शुभेंदु सिंह का सहयोग मिलता रहा है।
राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित कोरबा जिले के पीएम श्रीस्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय, सलोरा में पदस्थ संतोष कुमार चौरसिया ने कि उन्होंने आईसीटी और ‘खेल-खेल में विज्ञान’ में काम किया है। इसके पहले वे मध्यप्रदेश के राजपुर में विज्ञान पार्क का निर्माण किया था। उन्होंने बताया कि 10 साल विज्ञान शिक्षक रहे, और वर्तमान में रसायन विज्ञान शिक्षक हूं। उन्होंने बताया कि वे नवोदय विद्यालय समिति का रिसोर्स पर्सन भी हैं। भोपाल रीजन में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के विज्ञान शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया है। इसके साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उदयपुर, पुरी और हैदराबाद में प्रशिक्षक हैं। इसके अलावा, पीएम विद्या चैनल पर कैसे वीडियो बनाए इसका प्रशिक्षण देते हैं। वे छत्तीसगढ़ में वर्ष 2023 से पदस्थ हैं।
छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने दोनों शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि यह पुरस्कार राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार शिक्षकों को प्रेरित करेगा और उन्हें अपने काम में और भी उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
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(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा
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