रामगढ़, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । रजरप्पा के जंगल में कोयला तस्करों ने जमकर तांडव मचाया। इसके बाद सीसीएल प्रबंधन और रजरप्पा पुलिस आमने-सामने हो गई है। वे दोनों एक दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं। रजरप्पा में कोयला तस्करी के विरोध में सीसीएल प्रबंधन की ओर से की गई कार्रवाई का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। जीएम ने सूचना देने के बावजूद थाना प्रभारी पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। वहीं थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने जीएम की भूमिका को ही संदिग्ध बता दिया है। दो विभागों की लड़ाई में कोयला तस्कर चांदी काटा रहे हैं। तस्कर अपने मंसूबे में कामयाब होते नजर आ रहे हैं। तस्कर अपना हाईवा और थार को लेकर फरार होने में कामयाब रहे, क्योंकि अब तक मामले में कोई भी वाहन जब्ती नहीं हुआ है।
रजरप्पा थाना प्रभारी ने रखा पक्ष
पूरे प्रकरण में रजरप्पा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने कहा कि उन्हें छापामारी की कोई सूचना नहीं मिली थी। सीसीएल प्रबंधन बेवजह का आरोप लगा रहा है। अगर उन्होंने अवैध कोयला से लदे हाईवा को जब्त किया था, तो उसे छोड़कर क्यों चले गए। मामले में आरोप लगाने से पहले उन्होंने हमारे सीनियर अधिकारियों को छापेमारी की सूचना क्यों नहीं दी। कृष्ण कुमार ने स्पष्ट कहा कि पूरे प्रकरण में जीएम की भूमिका संदिग्ध है। अगर उनकी कार्रवाई सही थी तो उनके पास मेरी गश्ती दल का मोबाइल नंबर रोजाना अपडेट होता है। इसके बावजूद गश्ती दल को फोन नहीं किया गया। जिसे समझा जा सकता है कि जीएम की कार्रवाई में कितनी सच्चाई थी। उन्होंने कहा कि पहले तो सीसीएल प्रबंधन ने कोई सूचना नहीं दी। अगर थाने से रिस्पांस नहीं मिला तो वे वरीय अधिकारियों को फोन क्यों नहीं किए। अगर गाड़ी चाबी निकाल ली गई थी तो चालक गाड़ी लेकर भाग कैसे। जब्त्त गाड़ी को छोड़कर सीसीएल के अधिकारी वापस क्यों लौट गए।
रजरप्पा जीएम ने बयां की सच्चाई
पुलिस के आरोप पर जीएम कल्याणजी प्रसाद ने कहा कि मंगलवार की सुबह 4:30 बजे थाना प्रभारी कृष्ण कुमार को हमने फोन किया। इसके बावजूद उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने हमारा आवेदन उस वक्त तक नहीं लिया जब तक कोयला तस्कर अपने वाहनों को सुरक्षित निकाल कर चले नहीं गए। अब जब कोयला तस्कर वाहन लेकर भाग गए तब पुलिस सीसीएल प्रबंधन पर ही मनगढ़ंत कहानी बनाकर आरोप लगा रही है। ऐसे में सीसीएल प्रबंधन कोई भी कार्रवाई कैसे करेगी। पुलिस किसी भी मामले में सीसीएल को सपोर्ट नहीं करती है। इसके कारण कोयला तस्कर हमारे क्षेत्र से कोयला तस्करी कर रहे हैं। इसके पहले भी पुलिस को कई बार आवेदन दिया गया है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई नकारात्मक ही रही है।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
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