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दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति येओल की पत्नी को कैदी वैन से अदालत ले जाया गया

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सियोल (दक्षिण कोरिया), 24 सितंबर (Udaipur Kiran News) . पूर्व President यून सुक येओल की पत्नी किम कियोन ही को बुधवार को एक कैदी वाहन से सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ले जाया गया. नेवी सूट और मास्क पहनी किम अपने आपराधिक मुकदमे की पहली पेशी में अदालत में पेश हुईं. कोरिया के इतिहास में पहली बार किसी पूर्व प्रथम महिला को आपराधिक आरोपों पर सुनवाई का सामना करना पड़ा. अदालत कक्ष में उनके प्रवेश की तस्वीरें प्रेस को जारी की गईं.

द कोरिया टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के आपराधिक प्रभाग-27 ने दोपहर 2:17 बजे कार्यवाही शुरू की. किम पर स्टॉक हेराफेरी से लेकर अवैध राजनीतिक फंडिंग और यूनिफिकेशन चर्च से जुड़ी रिश्वतखोरी तक कई आरोप हैं. पिछले महीने से न्यायिक हिरासत में रह रहीं किम ने पत्रकारों की भीड़ के बीच अदालत कक्ष में प्रवेश किया. पहली बार, अदालत ने जनहित का हवाला देते हुए सुनवाई शुरू होने से पहले प्रतिवादी के निर्धारित क्षेत्र में बैठी उनकी स्थिर फोटो और वीडियो जारी करने की अनुमति दी. हालांकि, बहस शुरू होने के बाद मुकदमे की रिकॉर्डिंग नहीं की जाएगी.

51 वर्षीय किम पर 2009 और 2012 के बीच डॉयचे मोटर्स के शेयरों में हेराफेरी में शामिल होने का आरोप है. उन्होंने कथित तौर पर कंपनी के अधिकारियों और वित्तपोषकों के साथ मिलकर लगभग 81 करोड़ वॉन (580,000 डॉलर) का अवैध मुनाफा कमाने की साजिश रची. अभियोजकों का यह भी आरोप है कि 2022 के President चुनाव के दौरान उन्होंने और उनके पति ने एक राजनीतिक दलाल से मुफ्त में प्रदान की गई लगभग 27 करोड़ वॉन मूल्य की जनमत सर्वेक्षण सेवाओं का लाभ उठाया. यह वित्त कानूनों का उल्लंघन है.

एक अन्य आरोप यूनिफिकेशन चर्च के पूर्व अधिकारियों से राजनीतिक लाभ के बदले में लगभग 8 करोड़ वॉन मूल्य के हीरे के हार और डिज़ाइनर हैंडबैग सहित विलासिता के सामान प्राप्त करने से संबंधित है. अभियोजन पक्ष ने उनकी कुल अवैध कमाई लगभग 1.03 अरब वॉन आंकी है और उनकी संपत्ति ज़ब्त करने के लिए अदालत से आदेश मांगा है.

पिछले महीने अभियोग के बाद किम कोरियाई इतिहास की पहली पूर्व प्रथम महिला बन गईं, जिन्हें आपराधिक आरोपों में जेल में डाला गया और उन पर मुकदमा चलाया गया. उनके पति यून खुद भी मुकदमे का सामना कर रहे हैं. उन पर मार्शल लॉ लागू करने के प्रयास में उनकी कथित भूमिका से जुड़े विद्रोह के आरोप हैं.

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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