बोकारो., 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . एनएच-23, सेक्टर-12 स्थित मेडिकेंट सुपर स्पेशलिटी कैंसर हॉस्पिटल पर एक बार फिर इलाज में लापरवाही से मरीज की मौत का आरोप लगा है. चास राणा प्रताप नगर निवासी सुषमा देवी (43) को मल-मूत्र त्याग में परेशानी के कारण 29 सितंबर को बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां विशेषज्ञ डॉक्टर की अनुपस्थिति में परिजनों को अन्य अस्पताल जाने की सलाह दी गई. इसके बाद दो अक्टूबर को सुषमा को मेडिकेंट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां चार अक्टूबर को उनका ऑपरेशन किया गया.
पति संजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि डॉक्टर रवि रंजन ने ऑपरेशन सफल होने की बात कही थी और देर शाम मरीज को ओपीडी में शिफ्ट करने की जानकारी दी. परिजनों के अनुसार उन्हें मरीज से मिलने नहीं दिया गया और रात में बताया गया कि मरीज सो रही है. सुबह छह बजे अस्पताल ने सूचना दी कि सुषमा की मौत हार्ट फेल्यर से हो गई है.
घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. सूचना पाकर सेक्टर-12 थाना प्रभारी दल-बल के साथ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. परिजनों ने लिखित आवेदन भी दिया, लेकिन सनहा दर्ज नहीं होने से वे आक्रोशित हो गए और अस्पताल गेट पर जाम लगा दिया.
मामले की गंभीरता को देखते सिटी डीएसपी आलोक रंजन दोपहर में मौके पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता की. सहमति के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया. डीएसपी ने कहा कि 14 दिनों में रिपोर्ट आने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी मेडिकेंट हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही के आरोप लग चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.
वहीं मेडिकेंट हॉस्पिटल के सीईओ डॉक्टर मजीद तालिकोटी ने बताया कि मरीज की पहले सीजेरियन सर्जरी हो चुकी थी और मल-मूत्र मार्ग बंद हो गया था. ऑपरेशन के बाद जटिलताएं उत्पन्न हुईं, जिसके चलते हार्ट फेल्यर से मौत हुई.
(Udaipur Kiran) / अनिल कुमार
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