ओडिशा के क्योंझर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बनस्पाल ब्लॉक के एक सरकारी उच्च प्राथमिक स्कूल में दूसरी कक्षा की 8 साल की मासूम ज्योत्सना देहुरी रातभर कक्षा में बंद रही। शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों ने उसे खिड़की की ग्रिल में सिर फंसा हुआ पाया और उसे बचाया। यह घटना हर किसी को हैरान कर देने वाली है।
परिवार की रातभर तलाशज्योत्सना के परिवार वालों का कहना है कि गुरुवार को वह स्कूल से घर नहीं लौटी। परिजनों ने रातभर उसकी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। शुक्रवार सुबह जब परिजन ग्रामीणों के साथ स्कूल पहुंचे, तो जो नजारा देखा, वह दिल दहलाने वाला था। मासूम ज्योत्सना का सिर खिड़की की ग्रिल में बुरी तरह फंसा हुआ था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा?जानकारी के मुताबिक, कक्षा का दरवाजा बाहर से बंद था, जिसके चलते ज्योत्सना बाहर नहीं निकल पाई। उसने रातभर स्कूल में अकेले गुजारी और बाहर निकलने की कोशिश में उसका सिर खिड़की की ग्रिल में फंस गया। यह सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि एक मासूम बच्ची को ऐसी स्थिति में कितनी तकलीफ हुई होगी।
प्रशासन ने उठाया सख्त कदमइस घटना के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत एक्शन लिया। स्कूल के प्रधानाध्यापक गौराहरी महंता को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) की शुरुआती जांच में पता चला कि कक्षा आठ के कुछ छात्रों को शाम चार बजे स्कूल बंद करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस लापरवाही ने एक मासूम की जान खतरे में डाल दी।
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