Period Pain Relief : कोई दो राय नहीं कि पीरियड्स का समय कुछ महिलाओं के लिए सबसे मुश्किल दिनों में से एक होता है। पेट में मरोड़, सूजन और मूड स्विंग्स जैसी परेशानियां इन दिनों इतनी हावी हो जाती हैं कि बस यही लगता है कि कब ये दिन खत्म हों और जिंदगी सामान्य हो! लेकिन हर बार दर्द निवारक गोलियां खाना कोई समझदारी नहीं। दवाओं पर निर्भर होने की बजाय आप अपनी जीवनशैली में कुछ छोटे-मोटे बदलाव करके पीरियड की इन परेशानियों को कम कर सकती हैं। आइए जानते हैं, किन बातों का ध्यान रखना है और किन गलतियों से बचना है।
नमक का सेवन करें कमलगभग 80% महिलाएं पीरियड्स के दौरान दर्द से जूझती हैं। कुछ तो टीनएज से लेकर मेनोपॉज तक हर महीने इस दर्द का सामना करती हैं। वहीं, 5 से 10% महिलाओं को इतना तेज दर्द होता है कि उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ता है। अगर आप भी पीरियड के दर्द को काबू करना चाहती हैं, तो सबसे पहले अपनी डाइट पर ध्यान दें। इस दौरान ज्यादा नमकीन खाना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा नमक खाने से न सिर्फ दर्द बढ़ता है, बल्कि सूजन और बेचैनी भी बढ़ जाती है। प्रोसेस्ड या जंक फूड में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो पीरियड की परेशानियों को और बढ़ा देता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की एक स्टडी के मुताबिक, ज्यादा सोडियम के कारण शरीर में पानी जमा हो जाता है, जिसका असर पाचन तंत्र पर भी पड़ता है। इसलिए, पीरियड्स के दौरान नमक का सेवन कम और संतुलित रखें।
खानपान में रखें समझदारीपीरियड्स में चाहे कितनी भी परेशानी हो, खाना छोड़ने की गलती बिल्कुल न करें। मूड स्विंग्स हों या पेट में तेज दर्द, खाना न खाने से शरीर में एनर्जी की कमी हो सकती है, जिससे आप और ज्यादा चिड़चिड़ी या परेशान महसूस करेंगी। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप कुछ भी खाकर पेट भर लें। जंक फूड खाने से ब्लोटिंग और असहजता और बढ़ सकती है, क्योंकि इसमें चीनी और नमक दोनों ही ज्यादा होते हैं। बेहतर होगा कि पीरियड्स के 5-7 दिनों तक जंक फूड से पूरी तरह दूरी बनाएं। संतुलित और पौष्टिक खाना खाएं, जो आपके शरीर को ताकत दे और पीरियड की परेशानियों को कम करे।
ज्यादा कॉफी से करें परहेजअगर आप पीरियड्स में कम से कम परेशानी चाहती हैं, तो बार-बार कॉफी पीना बंद करें। ज्यादा कैफीन लेने से पीरियड का दर्द और बढ़ सकता है। इतना ही नहीं, इससे स्तनों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है। हम मानते हैं कि पीरियड्स में कॉफी पीने का मन ज्यादा करता है, लेकिन इसकी मात्रा को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। तयैबाह यूनिवर्सिटी मेडिकल साइंसेज, यूएई की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादा कैफीन से न सिर्फ पीरियड लंबा हो सकता है, बल्कि ब्लीडिंग भी ज्यादा हो सकती है। साथ ही, अनियमित पीरियड्स की समस्या भी बढ़ सकती है।
हाइजीन का रखें पूरा ख्यालचाहे आपको पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग हो या कम, लंबे समय तक एक ही पैड इस्तेमाल करना किसी भी हाल में सही नहीं। ये एक आम गलती है, जो ज्यादातर महिलाएं कर बैठती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पैड या टैम्पॉन को हर 4-6 घंटे में बदल लेना चाहिए। ऐसा न करने से सेहत से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं। प्राइवेट पार्ट्स में बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं, जिससे बदबू और त्वचा पर रैशेज की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक टैम्पॉन इस्तेमाल करने से टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (टीएसएस) का खतरा भी बढ़ जाता है। कनाडा के मेडिकल जर्नल इंफेक्शियस डिजीज एंड मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टैम्पॉन को कई घंटे तक इस्तेमाल करने से टीएसएस का जोखिम काफी बढ़ जाता है।
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