उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में कई ऐसे अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने काम और तेज-तर्रार अंदाज से पूरे देश में सुर्खियां बटोरी हैं। कुछ ने अपनी मेहनत और अच्छे कामों से नाम कमाया, तो कुछ ने अपने बेबाक और सख्त रवैये से। इन्हीं में से एक हैं IAS बी. चंद्रकला, जिन्हें लोग प्यार से ‘लेडी सिंघम’ कहते हैं।
हाल ही में यूपी सरकार ने एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया, जिसमें 16 IAS अधिकारियों के तबादले किए गए। इस लिस्ट में बी. चंद्रकला का नाम भी शामिल है। आइए, आपको बताते हैं कि बी. चंद्रकला अब तक कहां थीं, अब उन्हें कौन सी नई जिम्मेदारी मिली है, और सबसे बड़ी बात, उन्हें ‘लेडी सिंघम’ का टाइटल क्यों मिला।
नई जिम्मेदारी, नया विभागमंगलवार को जारी सरकारी आदेश के मुताबिक, IAS बी. चंद्रकला अब तक महिला कल्याण, बाल विकास और पुष्टाहार विभाग की सचिव थीं। अब उन्हें वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग का सचिव बनाया गया है। साथ ही, वे उत्तर प्रदेश क्लीन एयर मैनेजमेंट प्रोजेक्ट अथॉरिटी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी की जिम्मेदारी भी संभालेंगी। यह नई भूमिका उनके लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे आज के समय में बेहद अहम हैं।
कौन हैं IAS बी. चंद्रकला?बी. चंद्रकला 2008 बैच की IAS अधिकारी हैं। उन्होंने 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के पांच जिलों—हमीरपुर, मथुरा, बुलंदशहर, बिजनौर और मेरठ—में डीएम के तौर पर काम किया है। अपने कार्यकाल के दौरान वे अपने सख्त और बेबाक अंदाज के लिए जानी गईं। उनके कुछ विवादित बयानों ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं, जिससे वे हमेशा चर्चा में रहीं।
‘लेडी सिंघम’ की कहानीबी. चंद्रकला को ‘लेडी सिंघम’ का टाइटल 2016 में तब मिला, जब वे बुलंदशहर की डीएम थीं। उस दौरान एक 18 साल के लड़के ने बिना उनकी अनुमति के उनके साथ फोटो खींच ली थी। इस बात पर चंद्रकला ने सख्त रवैया अपनाते हुए उस लड़के को जेल भिजवा दिया था। उनके इस एक्शन ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी और लोग उन्हें ‘लेडी सिंघम’ कहने लगे। यह घटना उनके तेज-तर्रार और नो-नॉनसेंस अंदाज का सबसे बड़ा उदाहरण बन गई।
बी. चंद्रकला का यह तबादला एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग यह देखने को उत्सुक हैं कि अपने नए विभाग में वे क्या कमाल दिखाती हैं। उनके सख्त और मेहनती स्वभाव को देखते हुए उम्मीद है कि वे पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी अपनी छाप छोड़ेंगी।
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