उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र गुरुवार (14 अगस्त) को खत्म हुआ। इस सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर हमला बोला। योगी ने सपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “तुम्हें तो गऊ माता का श्राप ही ले डूबेगा, 2027 में सत्ता में आने का सपना छोड़ दो!” इस बयान ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी। अब इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखा पलटवार किया है।
अखिलेश का तंज: सांड भी देगा श्राप!लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने योगी के बयान का करारा जवाब दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अगर गऊ माता श्राप देती हैं, तो सांड भी तो श्राप देगा। और जिन लोगों ने अपनों को खोया, उनके परिवार वाले किसे श्राप देंगे? क्या कोई ऐसा जिला बचा है, जहां सांड या किसी जानवर की वजह से किसी की जान न गई हो? पाप हम पर नहीं, उन पर पड़ेगा!” अखिलेश के इस बयान ने बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर दिया।
डॉग लवर्स और विकास का मुद्दाअखिलेश यहीं नहीं रुके। उन्होंने बीजेपी पर विकास के मुद्दे को दरकिनार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अगर आप विकसित भारत का सपना देख रहे हैं, तो पेट्स के लिए कोई योजना क्यों नहीं है? डॉग लवर्स के प्रति आपमें भावना क्यों नहीं है?” अखिलेश ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी सरकार का विजन यही है कि हर अच्छी चीज को बर्बाद कर दो। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सिर्फ जुबानी जमा-खर्च में गड्ढा-मुक्त भारत का दावा करती है, लेकिन हकीकत में कुछ और ही है।
‘हमारे सीएम नकलची हैं’अखिलेश ने सीएम योगी पर निजी हमला बोलते हुए उन्हें ‘नकलची’ करार दिया। उन्होंने कहा, “बीजेपी विधानसभा में सवालों से बचना चाहती है। हमारे मुख्यमंत्री जी नकलची हैं। दिल्ली में कुछ तय होता है, तो ये उसी की नकल करने में जुट जाते हैं। 24 घंटे जागने की बात करना तो इनका अमानवीय रवैया दर्शाता है।” अखिलेश के इस बयान ने सियासी माहौल को और गर्म कर दिया।
सपा सरकार के कामों का जिक्रसपा प्रमुख ने अपनी सरकार के कामों का बखान करते हुए कहा, “हमारी सरकार में PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) परिवारों के बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दिया गया। लेकिन मौजूदा सरकार ने हजारों प्राइमरी स्कूल बंद कर दिए। स्कूलों का मर्जर सिर्फ इसलिए किया जा रहा है ताकि बूथ का हिसाब-किताब ठीक हो सके।” उन्होंने कहा कि सपा सरकार में बने स्कूलों को बीजेपी ने आगे नहीं बढ़ाया। साथ ही, बिजली के क्षेत्र में भी समाजवादी सरकार ने पावर प्लांट, डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन पर काम किया था। कानपुर जैसे शहर में मेट्रो दी गई थी, लेकिन बीजेपी ने इन सभी कामों का सत्यानाश कर दिया। इसका खामियाजा अब यूपी की जनता भुगत रही है।
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